जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक में रोजगार पर दिया जोर
चमोली * गढ़ निनाद, 06 दिसंबर, 2019
चमोली जनपद में औद्योगिक विकास को बढावा देने तथा उद्यमियों की समस्याओं का समाधान के लिए शुक्रवार को जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसमें ब्याज उत्पादन एवं विद्युत प्रति-पूर्ति के मामलों का निस्तारण किया गया। वही मिनि औद्योगिक आस्थान कालेश्वर में पूर्व में आंवटित भूखड पर आज तक उद्यम स्थापित न करने वाले उद्यमियों के भूखंड निरस्त किए गए।
जिलाधिकारी ने उद्यमियों से उद्यम इकाईयों की स्थापना में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उद्यम स्थापना के इच्छुक उद्यमियों की हर सम्भव मदद दी जाएगी। इस दौरान ब्याज उत्पादन के तहत 4 उद्यमियों के 11.29 लाख तथा एक उद्यमी का 1.20 लाख रुपये के विद्युत प्रति-पूर्ति दावों पर समिति द्वारा स्वीकृत प्रदान की गई। जिलाधिकारी ने सभी उद्यमियों को ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने को कहा। वही कालेश्वर में विद्युत की समस्या को दूर करने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
मिनि औद्योगिक अस्थान कालेश्वर में पिछले कई सालों से उद्यमियों को जमीन आवंटन के बाद भी अभी तक औद्योगिक इकाईयां स्थापित न करने पर समिति ने बडी कार्यवाही की है। समिति ने पूर्व में उद्यमियों को आवंटित 13 भूंखडों को निरस्त कर दिया है। जिन उद्यमियों को पूर्व में एक से अधिक भूंखड आवंटित किए गए थे, उनको केवल एक भूंखड पर कब्जा देते हुए बाकी के सभी भूंखड निरस्त किए गए। एक भूंखड पर भी उद्यमियों को 31 जनवरी 2020 तक उद्योग स्थापना के लिए समय दिया गया है। समिति ने यह भी निर्णय सुनाया कि जिन उद्यमियों ने आवंटित भूमि पर भवन निर्माण किया गया है और एक भूंखड पर 31 जनवरी तक उद्यम स्थापित किया जाता है तो उन उद्यमियों को समिति नए शिरे से भूंखड आवंटन पर विचार कर सकती है।
मिनि औद्योगिक अस्थान कालेश्वर में विनोद मिश्रा को आवंटित तीन भूंखड में से दो, प्रेम पुरोहित को आवंटित तीन भूंखड में से दो, प्रकाश रावत को तीन में से तीन, बीर सिंह कण्डारी को आवंटित दो में से एक, ललित मोहन भट्ट को आवंटित दो मे से दो, तथा बुद्विराम को आवंटित सभी तीनों भूंखड समिति द्वारा निरस्त किए गए। साथ ही सभी उद्यमियों को आवंटित एक भूंखड पर 31 जनवरी 2020 तक उद्यम संचालित करने को कहा गया है और ऐसा न करने पर आवंटित भूंखड को भी निरस्त करने की कार्यवाही अमल में लाने का निर्णय लिया गया।
वही दूसरी ओर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक माह के पहले सोमवार को सभी विभागों के साथ स्वरोजगार हेतु की गई कार्यवाही की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक को सभी विभागों से समन्वय करते हुए स्वरोजगार प्रोत्साहन के लिए किए गए क्रियाकलापों, गोष्ठी, जागरूकता शिविर तथा मूलभूत समस्याओं पर आधारित डेटा निर्धारित प्रारूप में संकलित करने के निर्देश दिए है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, सीएमओ डा0 केके सिंह, जीएम डीआईसी डा0 एमएस सजवाण, कोषाधिकारी दीपक चन्द्र भट्ट, सीएओ आके दोहरे, सीएचओ तेजपाल सिंह, जिला उद्योग केन्द्र के सहायक प्रबन्धक विक्रम सिंह कुंवर, बद्री प्रसाद सती सहित समिति के सभी सदस्य एवं विभिन्न इकाईयों के उद्यमी मौजूद थे।