टिहरी के सुरकण्डा और कुमायूं के मुक्तेश्वर में लगेंगे ‘डॉप्लर वेदर रडार सिस्टम’
टिहरी के सुरकण्डा और कुमायूं के मुक्तेश्वर में लगेंगे ‘डॉप्लर वेदर रडार सिस्टम’
नैनीताल * गढ़ निनाद
गढ़वाल एवं कुमाऊं के लिये खुशखबरी है कि दोनों क्षेत्रों में पृथक-पृथक ‘वेदर रडार सिस्टम’ लगने जा रहे हैं। केन्द्र सरकार ने नैनीताल हाईकोर्ट को बताया कि राज्य में खराब मौसम की चेतावनी देने वाले 2 आधुनिकतम ‘डॉप्लर वेदर रडार सिस्टम’ जल्द लगाए जाएंगे। जो गढ़वाल एवं कुमाऊं दोनों क्षेत्रों में लगेंगे। सूत्रों के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की युगलपीठ ने केन्द्र सरकार को निर्देश देते हुए कहा कि दोनों सिस्टम समयबद्ध ढंग से लगाए जाएं। केन्द्र सरकार के अधिवक्ता वीरेन्द्र कपरवाण ने बुधवार को कोर्ट को बताया गया कि पश्चिमी हिमालय में खराब मौसम की चेतावनी जारी करने के लिए यह डॉप्लर वेदर रडार लगाए जा रहे हैं।
पहला डॉप्लर वेदर रडार गढ़वाल मंडल के टिहरी स्थित सुरकंडा मंदिर में और दूसरा कुमाऊं मंडल के नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में लगाया जाएगा। केन्द्र की ओर से कोर्ट को यह भी बताया गया कि केन्द्र सरकार ने एक्स बैंड नामक 10 डॉप्लर वेदर रडार खरीदने के लिए आदेश जारी कर दिया हैं। हैदराबाद की कंपनी अस्ट्रा माइक्रोवेब प्रोडक्ट लिमिटेड को खरीदने की जिम्मेदारी दी गई है।
कपरवाण ने कोर्ट को बताया कि मार्च 2020 तक दोनों रडार स्थापित कर दिए जाएंगे। दोनों विनिर्माण चरण में हैं। अदालत ने केन्द्र सरकार के वक्तव्य एवं दस्तावेज को रिकॉर्ड कर लिया और निर्देश दिए कि भौगोलिक रूप से बेहद संवेदनशील राज्य में लोगों की जानमान बचाने के लिए तय समय के अंदर दोनों रडार स्थापित करें। इसी के साथ ही राज्य सरकार के सहायक महाधिवक्ता जेपी जोशी की ओर से भी अदालत को बताया गया कि सरकार राज्य में 107 आधुनिक स्वचालित मौसम केन्द्र स्थापित कर रही है। यह राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थापित किए जाएंगे। इनसे खराब मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा।
यही नहीं प्रदेश में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाने के लिए भी 28 ऑटोमैटिक रेन गेजेज एवं भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाने के लिए 16 ऑटोमेटिक स्नो गेजेज स्थापित किए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में ये सभी जल्द स्थापित कर दिये जाएंगे।