मूडीज ने बदला भारत में निवेशकों का मूड
डॉ0 राजीव राणा, अर्थशास्त्री
14 November, 2019
जनरल रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा हाल ही में इंडियन आउटलुक में दो बड़े बदलाव किये है। मूडी द्वारा ताजा अनुमानों में वर्ष 2019 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर को 5.8 फीसदी से घटा कर 5.6 कर दिया गया है।
वही दूसरा बड़ा बदलाव भारतीय बैंकों, पीएसयू की सॉवरेन रेटिंग में किया गया है जिसे मूडी द्वारा इनकी रेटिंग सिमट के नकारात्मक कर दी गयी है। ये प्रमुख ऑर्गनाइजेशन बड़े बैंक और पीएसयू है, जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, एक्जिम इंडिया, एनएचएआई, गेल (इंडिया), पावर ग्रिड, अदानी ग्रीन एनर्जी, हीरो फिनक्रॉप, हुडको और कई अन्य।
वर्तमान में दुनिया वैश्विक मंदी के दौर से गुजर रही है और आने वाले महीनों में भारतीय कंपनियों पर इसका असर पड़ सकता है। बैंकों और बुनियादी ढांचा कंपनियों की रेटिंग में गिरावट से इसकी वित्तीय रणनीति पर गंभीर असर पड़ सकता है। इसके अलावा इन संस्थानों को विदेशों से इक्विटी या ऋण लेने के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उनकी पूँजी की लागत तुरंत बढ़ जाएगी।