आत्मनिर्भरता के लिए पांच स्तम्भ महत्वपूर्ण : मोदी
गढ़ निनाद न्यूज़।
नयी दिल्ली, 12 मई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आत्मनिर्भरता के लिए पांच स्तंभों को महत्वपूर्ण बताये हुए कहा है कि इनकी मजबूती से भारत की तश्वीर बदल जाएगी।
श्री मोदी ने मंगलवार देर रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि देश को नयी दिशा देने के लिए पांच पिलर की जरूरत जिन पर चल कर आत्मनिर्भर भारत की एक भव्य इमारत खड़ी की जा सकती है।
उन्होंने पहला पिलर एक ऐसी अर्थव्यवस्था को बताया जिसमे धीरे धीरे बदलाव की बजाय तेज़ी से परिवर्तन आये। इस क्रम में ढांचागत व्यवस्था को दूसरा पिलर बताते हुए उन्होंने कहा कि एक ऐसा ढांचा विकसित होना चाहिए जो आधुनिक भारत की पहचान बने।
श्री मोदी ने परंपरागत व्यवस्था में बदलाव को तीसरा पिलर बताते हुए कहा ” तीसरा पिलर हमारा सिस्टम है, एक ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति-नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने वाली तकनीकि आधारित व्यवस्थाओं पर आधारित हो।”
श्री मोदी ने जनसांख्यिकी को आत्मनिर्भरता का चौथा पिलर बताया और कहा “हमारी डेमोग्राफी दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी में हमारी वाइब्रेंट डेमोग्राफी हमारी ताकत है और आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है। पाँचवाँ पिलर- हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है, जो ताकत है, उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि देश में माँग बढ़ाने और इसे पूरा करने के लिए आपूर्ति चेन को हर स्तर पर सशक्त होना जरूरी है। उन्हों के कह “हमारी सप्लाई चेन, हमारी आपूर्ति की उस व्यवस्था को हम मजबूत करेंगे जिसमें मेरे देश की मिट्टी की महक हो, हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो।”
अभिनव
वार्ता