जिलाधिकारी ने दिए अधिकारियों को कार्य संस्कृति सुधारने के निर्देश
भ्रस्टाचार करने से बेहतर है कि नौकरी छोड़ दें
गढ़ निनाद * 26 मई 2020।
नई टिहरी: जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला कार्यालय सभागार में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना से पूरा देश झूझ रहा है, इससे हमारा प्रदेश व जनपद भी अछूता नही है। उन्होंने कहा जिला प्रशासन पूरी तरह से कोरोना को फैलने से रोकने में लगा है। महामारी के इस दौर में मैनपॉवर को प्रशिक्षित करते हुए उनकी तैनाती की जा रही है। जिस भी अधिकारी की ड्यूटी कोरोना फाइटर के तौर पर लगाई जाएगी, वे कर्तव्य निष्ठा से उसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
व्यवहार में लचीलापन जरूरी
उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने व्यवहार में लचीलापन लाने का प्रयास करें,ताकि आमजन की समस्याओं का समय पर समाधान भी हो जाए और सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों/ कार्यालयों के प्रति नकारात्मक छवि में भी सुधार आ सके।
समस्याओं का क्रमबद्ध तरीके से हो निस्तारण
उन्होंने कहा की हमारा पहला प्रयास पब्लिक ग्रीवेंसस/आमजन की समस्याओं को क्रमबद्ध तरीके से समय पर निस्तारित करना है। इसके लिए प्रत्येक अधिकारी को अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाने होंगे। यह तभी संभव है, जब आप अपने दायित्वों को समझते हुए दक्षता के साथ पारदर्शी तरीके से काम करेंगे।
शिकायत का तय समयावधि में हो निस्तारण
उन्होंने स्पष्ट किया की किसी जनपद के किसी भी कार्यालय में कोई फरियाद या शिकायत मिलने पर उसका तय समयावधि में निस्तारण करना होगा। जनपद स्तर पर निस्तारित हो सकने वाली शिकायत अधिकारी की लापरवाही की वजह से शासन में नही जानी चाहिए। यदि ऐसा होता है, तो यह संबंधित अधिकारी की कार्यशैली का द्योतक होगा।
निरंतर साइट विजिट करें
जिलाधिकारी ने कहा हम सबको समय के साथ तालमेल बिठाकर उसी गति से समस्याओं क
समाधान होगा जिस गति से शिकायतें प्राप्त होंगी। जिलाधिकारी ने निर्माणदायी संस्थाओं से जुड़े अधिकारियों को निरंतर साइड विजिट करते रहने को कहा है। ताकि अधिकारी को वास्तविक धरातलीय स्थिति की जानकारी फिंगर टिप्स पर हो।
आमजन की समस्या अपनी समझें
कहा की आमजन का विश्वास जीतने के लिए उनकी समस्याओं को अपनी समस्या समझ कर उनका समाधान करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की वे अधीनस्थ कर्मचारियों को व्यवहार-कुशल और दक्ष बनाये। साथ ही अपने-अपने कार्यालयों से संबंधित शिकायतों के संबंध में निरंतर समीक्षा करते रहें।
भ्रष्ट अधिकारियों को कतई नहीं बख्शेंगे
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेताया की स्पष्ट कि किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा । कहा कि जिस पद पर हम सब है। उस पद के लिए लाखों लोग आवेदन करते हैं । कहा की अगर हम इस जिम्मेदारी वाले पद पर बैठे हैं, तो आमजन की समस्याओं को हल करना हम सबकी जिम्मेदारी और नैतिक दायित्व बनता है।
वेतन से संतुष्ट नहीं तो नौकरी छोड़ना ही विकल्प है
डीएम ने कहा कि सरकार सबको बहुत अच्छी सैलरी दे रही है, जिससे हर अधिकारी-कर्मचारी आसानी से अपना गुजर-बसर कर सकता है। अगर किसी अधिकारी को अपनी सैलरी से संतुष्टि नहीं है, और वह भ्रष्टाचार को अपनाता है, तो ऐसे अधिकारी/कर्मचारी को तत्काल नौकरी छोड़ देना बेहतर है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि मैं ये बर्दाश्त कर सकता हूं कि काम आज थोड़ा कम हुआ, कल पूरा कर लेंगे। लेकिन भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालय में कार्य संस्कृति को बदलना होगा। स्पष्ट किया कि निर्माणदायी संस्थाएं कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें,कार्य में लापरवाही क्षम्य नही होगी।
स्वरोजगार परक योजनाओं को धरातल पर उतारें
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को क्लस्टर वॉइस सरकार की स्वरोजगार संबंधित योजनाओं को धरातल पर उतारने को कहा है, स्पष्ट किया की योजनाए केवल कागजो पर न दिखे। योजनायों को मूर्तरूप दिए जाने का दायित्व भी समझना होगा।
मुख्यालय से बाहर गए अधिकारी सुधर जांय
उन्होंने कोरोना काल में मुख्यालय से बाहर गए अधिकारियों/कर्मचारियों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे सुधर जाए, अन्यथा नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बैठक में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।