चीन के ऐप को देहरादून का मुंहतोड़ जवाब, ” स्कैन इट ” होगा कैम स्कैनर का विकल्प
ग्राफिक एरा के छात्रों ने तैयार किया शानदार ऐप
गढ़ निनाद न्यूज़* 5 जुलाई 2020
देहरादून: ग्राफिक एरा ने एक शानदार ऐप बनाकर चीन के ऐप कैम स्कैनर को मुहंतोड़ जवाब दिया।
यह ऐप बनने के कुछ ही घंटो के भीतर देश भर में छाने लगा है। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डा. कमल घनशाला ने इस ऐप को छात्रों की बेहतरीन उपलब्धि बताया हैं।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत ग्राफिक एरा हिल युनविर्सिटी के छात्रों ने एक नई स्कैनिंग ऐप को बनाकर रचा इतिहास। इस ऐप का नाम स्कैन इट है। इसे ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष के छात्रों ने डेवलप किया है।
पंचम शियोरन व यश कुमार प्रथम वर्ष के छात्र हैं। चाइनीज ऐप कैम स्कैनर को हाल ही में 59 चाइनीज ऐप्स के साथ ही देश भर में प्रतिबंधित कर दिया था। ऐसे में ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के छात्रों ने उस कती को पूरा करने के लिए और लोगो की असुविधा दूर करने के लिए ’स्कैन इट’ नाम की ऐप को डेवलप किया। यह ऐप ’कैम स्कैनर’ की ही तरह प्रयोग में लाई जा सकती है। इसकी मदद से किसी भी डाक्यूमेण्ट की स्कैनिंग करके उसे आसानी से पीडीएफ में बदला जा सकता है। इसके साथ ही ऐप से स्कैन हुए डाक्यूमेण्ट को बड़ी सहजता से कहीं भी किसी को भी भेजा जा सकता है।
’स्कैन इट’ ऐप 17 एमबी का ऐप है और गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है जहां से ये आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
ठस महामारी के दौर में ’स्कैन ऐप’ बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। इसका पता इस बात से लगा सकते हैं कि लांच होने के कुछ ही समय के अंदर लगभग 5000 से ज्यादा लोगों ने इसे डाउनलोड किया है।
गूगल प्ले स्टोर ने इसकी लोकप्रियता के आधार पर इसे 5 में 4.7 की रेटिंग दी है। ’स्कैन इट’ ऐप को पूरे देश में सराहा जा रहा है। टेक्निकल गुरू मीकी रंजीत जैसे टॉप यूट्यूब चैनल ने ’स्कैन ऐप’ को काफी उपयोगी और चाइनीज ऐप का कारगार विकल्प बताया है।
ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डा. कमल घनशाला ने कहा कि देश के व्यापक हित में भारतीय प्रतिभाएं चीन के प्रतिबंधित ऐप् से कहीं ज्यादा उपयोगी और अच्छा ऐप बना सकती हैं।
’स्कैन इट’ ऐप को डेवलप करने वाले छात्र यश कल्यान और पंचम शियोरन का कहना है कि उन्होंने चाइनीज ऐप्स के प्रतिबंधित होते ही अपना काम शुरू कर दिया था। और मात्र दो सप्ताह के अंदर इसे तैयार भी कर लिया।