जैव विविधता संरक्षण को नई पीढ़ी की जागरूकता: पीसीसीएफ (हॉफ) भरतारी
जैव विविधता जीवन और विविधता के सहयोग से बना हुआ ऐसा शब्द है जो पृथ्वी पर मौजूद जीवन की विविधता और परिवर्तनशीलता को समझाता है। जैव विविधता संरक्षण का संदेश आमजन तक पहुंचाने के लिए राजकीय महाविद्यालय मालदेवता रायपुर के जंतु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधु थपलियाल तथा छात्राओं द्वारा माल देवता की जैव विविधता को कैलेंडर के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
जैव विविधता संरक्षण सन्देश हेतु सुन्दर कैलेंडर जारी
उत्तराखंड पीसीसीएफ (हॉफ) तथा अध्यक्ष उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड श्री राजीव भरतारी द्वारा कैलेंडर जारी करते हुए डॉ मधु थपलियाल तथा छात्राओं के इस प्रयास की सराहना की गई तथा उत्तराखंड की जैव विविधता के बारे में बताया गया। जंतु विज्ञान विभाग द्वारा बनाये गए इस कैलेंडर में तितलियाँ तथा मोथ दर्शायी गयी हैं। मोथ कीटों का वह समूह जो तितलियाँ की तरह दिखता है और अधिकांश रात को उड़ता है।
डॉ0 मधु थपलियाल ने बताया गया कि उत्तराखंड राज्य के जंगल, डांडे, खाले, गाड़, गदेरे जैव विविधता के धनी है और जैव विविधता संरक्षण के लिए हमारे प्रकृति प्रेम दृष्टिकोण की आवश्यकता है। तभी इसका सही रूप में संरक्षण किया जा सकता है, अन्यथा मात्र गोष्ठियों से संरक्षण नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि मालदेवता जैव विविधता से संपन्न क्षेत्र है, किंतु 4 वर्षो के अंदर यहां पर अवैध निर्माण कार्य के कारण यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य को खोता जा रहा है।
इस अवसर पर एपीसीसीएफ पर्यावरण श्री एस एस रसेली, श्री आर के मिश्रा एपीसीसीएफ पर्यावरण तथा डॉ0 कोमल, पवित्रा, आंचल, मनीषा आदि उपस्थित रहे।