उत्तराखण्ड में कांवड़ यात्रा पर रोक, यूपी सरकार को सुप्रीम नोटिस
उत्तराखण्ड। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कावड़ यात्रा स्थगित कर दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवङ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले कुछ दिनों में कांवड यात्रा के संबंध में बहुत कसरत की। पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से भी वार्ता की।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और अन्य संगठनों ने कोरोना की तीसरी लहर के चलते कावड़ यात्रा न कराए जाने का अनुरोध किया था। इन सबके चलते सरकार ने इस साल कावड़ यात्रा पर रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब कोरोना का वैरिएंट पाया गया हो तो लोगों की जान खतरे में डालना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा लोगों के जीवन की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्यवाही हेतु अनुरोध किया जाय, ताकि वैश्विक माहमारी को रोकने में सफल हो सकें ।
योगी सरकार को सुप्रीम नोटिस
उधर उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने कांवड यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद मामला कोर्ट पहुंच गया है।
जस्टिस आरएफ नरीमन की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कांवड़ यात्रा की अनुमति देने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले का स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार को नोटिस जारी किया है। शुक्रवार को मामले की सुनवाई होनी है।