राष्ट्रीय खेल दिवस पर राज्य के सुदूर ग्रामीण अंचल में हॉकी के जादूगर मे. ध्यानचंद को दी श्रद्धांजलि
नई टिहरी।
खेलेगा गाँव, जीतेगा गाँव।
खेलेगा युवा, जीतेगा युवा। की भावना को शक्तिशाली करने के लिए ग्रामीण स्तर से ग्राम सभा, क्षेत्र पंचायत और ज़िला पंचायत स्तर पर ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिससे गाँवों के प्रतिभावान युवा पूँजी को सुरक्षित रखकर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर मंच प्रदान किया जा सकेगा।
वनाधिकार आंदोलन के संस्थापक व प्रणेता किशोर उपाध्याय ने बताया कि प्रत्येक ग्राम सभा को क्रिकेट किट प्रदान की गयी। अन्तिम दौर में प्रथम टीम को एक लाख इक्यावन हजार रुपये, द्वितीय स्थान पर आने वाली टीम को एक लाख एक हजार रुपये और तृतीय स्थान पर आने वाली टीम को इक्यावन हजार रुपये इनाम दिया जायेगा।
शुरुआती दौर ग्रामीण स्तर से ही टीमों, अच्छे खिलाड़ियों के लिये ड्रेस व इनाम की व्यवस्था है। अच्छे 30 खिलाड़ियों को बेस्ट अकादमी में प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। कन्या व महिला वर्ग के लिये भी क्रीड़ा इवेंट हेतु विचार किया जा रहा है।
उपाध्याय ने कहा कि विकास की गति में पर्वतीय अंचल अभी भी 18वीं सदी में है। हमें अपने अधिकारों और हक़-हक़ूक़ों लेना है। मैं लम्बे समय से सरकार से माँग कर रहा हूँ कि राज्य वासियों के परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी, केंद्र सरकार की सेवाओं में आरक्षण, बिजली पानी व रसोई गैस निशुल्क दी जाय, जड़ी बूटियों पर स्थानीय समुदाय को अधिकार प्रदान दिया जाय ,जंगली जानवरों से जनहानि होने पर परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी तथा 25लाख रुपए क्षति पूर्ति दी जाय। साथ ही यहाँ के सभी निवासियों को OBC घोषित किया जाए।