शहीद विक्रम सिंह नेगी का सैन्य सम्मान के साथ कोटेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार

नई टिहरी। जम्मू के पुंछ जिले में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले टिहरी जिले के विमाण गांव निवासी रायफलमैन विक्रम सिंह नेगी का रविवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट कोटेश्वर पर अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर सेना के जवानों के द्घारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
जम्मू कश्मीर में बीते दिनों आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी के पार्थिव शरीर को सेना द्वारा सबसे पहले हवाई जहाज के द्वारा जौलीग्रांट लाया गया। उसके बाद सेना के वाहनों द्वारा दोपहर बाद अन्तिम दर्शन हेतु शहीद के पैतृक गांव विमाण गांव में लाया गया। उनकी अंतिम यात्रा में सैकडों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड पडा। लोगों ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, विक्रम तेरा नाम रहेगा‘ के नारे भी लगाए और नम आंखों से उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए।
शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री/ क्षेत्रीय विधायक सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि जम्मू के पूंछ में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में 17 गढ़वाल राइफल के राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी शहीद हो गये थे जो टिहरी जिले के विमाणगांव के निवासी थे। शहीद राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी के घर में इनके पिता साहब सिंह, माता ब्रिजा देवी, दादी तथा पत्नी व पौने दो वर्ष का बेटा हैं।
शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष देव सिंह पुंडीर, पूर्व अध्यक्ष इंद्र सिंह नेगी, प्रगतिशील जन विकास संगठन के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल, प्रधान बिरोगी सुशील कोठारी सहित क्षेत्रीय लोग उपस्थित थे।