कार्बोहाइड्रेट्स के रसायनिकी एवं जैविकी में एडवांसमेंट पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 4-5 दिसंबर को
देहरादून। भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष (आज़ादी का अमृत महोत्सव) के उपलक्ष्य में, रसायन विज्ञान और बायोप्रोस्पेक्टिंग डिवीजन तथा एसोसिएशन ऑफ कार्बोहाइड्रेट केमिस्ट एंड टेक्नोलॉजिस्ट (इंडिया) द्वारा संयुक्त रूप से 4 से 5 दिसंबर 2021 के दौरान ‘ एडवांसेस इन केमिस्ट्री एंड बायोलॉजी ऑफ कार्बोहाइड्रेट्स’ (कार्बो XXXV) पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन वर्चुअल मोड में आयोजित किया जाएगा।
सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री ए.एस. रावत, महानिदेशक, भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, देहरादून द्वारा 4 दिसंबर, 2021 को किया जायेगा।
पिछले कुछ दशकों से, जैव अणु कार्बोहाइड्रेट, वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं में एक प्रमुख घटक के रूप में उभरे हैं। भोजन, पोषण, फार्मास्यूटिकल्स, तेल कुओं की ड्रिलिंग, सौंदर्य प्रसाधन, आदि में उनके विविध अनुप्रयोगों को देखते हुए, इस क्षेत्र में वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है।
इस संबंध में उल्लेखनीय है कि सम्मेलन में एफआरआई, सीएसआईआर,आईआईटी, आईएसईआर और भारत के शैक्षणिक संस्थानों और यूएसए, जर्मनी, यूके, नीदरलैंड और पुर्तगाल की प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिकों सहित 250 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे।
सम्मेलन का विषय ‘कार्बोहाइड्रेट के रासायनिक एवं जैविक अनुसंधान में प्रगति’ है। इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के 5 तकनीकी सत्रों के तहत कुल 120 शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसमें 8 तकनीकी विषयों जैसे कार्बोहाइड्रेट में संरचनात्मक विविधता, कार्बोहाइड्रेट के संश्लेषण और अनुप्रयोग,कार्बोहाइड्रेट-आधारित चिकित्सा, खाद्य और न्यूट्रास्यूटिकल्स, प्लांट और माइक्रोबियल पॉलीसेकेराइड, ग्लाइको बायोलॉजी/ ग्लाइकोनजुगेट्स, ग्लाइको टेक्नोलॉजी, औद्योगिक पॉलीसेकेराइड और अनुप्रयोग, कार्बोहाइड्रेट में नैनो प्रौद्योगिकी, जैव-रिफाइनरी, जैव-ऊर्जा, तेल कुओं की ड्रिलिंग, कागज प्रौद्योगिकी, सौंदर्य प्रसाधन, आदि में कार्बोहाइड्रेट के प्रयोग से संबंधित वैश्विक अनुसंधानों की चर्चा एवं समीक्षा की जाएगी।