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वनाग्नि बुझाने में जान गंवाने वाले श्रमिक/कर्मियों को शहीद का दर्जा दे सरकार-धनै

वनाग्नि बुझाने में जान गंवाने वाले श्रमिक/कर्मियों को शहीद का दर्जा दे सरकार-धनै
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नई टिहरी।  पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं उत्तराखंड जन एकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने उत्तराखंड सरकार में वन मंत्री सुबोध उनियाल को पत्र लिखकर राष्ट्रीय वन सम्पदा बचाने में लगे दैनिक श्रमिक (अग्नि सुरक्षा) में जान गंवाने वाले श्रमिकों/ कर्मियों को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है। 

जनएकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै

आज शुक्रवार को अपने आवास/केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में धनै ने कहा कि राष्ट्रीय वन संपदा को बचाने में बिना सुरक्षा कवच एवं बिना सुरक्षा बीमा करे, उनकी जान जोखिम में डाल कर टिहरी जनपद के कई दैनिक श्रमिक (अग्नि सुरक्षा) फायर सीजन के दौरान वन सम्पदा को बचाते-बचाते शहीद हुए हैं। इसलिए उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए।

कहा कि इसका जीता-जागता उदाहरण टिहरी वन प्रभाग के रेंज कार्यालय नई टिहरी का है, जो कि दिनांक 24/06/2022 को सतेन्द्र सिंह पंवार पुत्र श्री कुलवीर सिंह पंवार उम्र 32 वर्ष ग्राम- लामकोट, सारज्यूला, टिहरी गढ़वाल जो अपने पीछे वृद्ध-मां बाप, 25 वर्षीय पत्नी तथा 3 साल व 11 साल की दो पुत्रीयों को छोड़कर वन में आग बुझाते बुझाते अपना जीवन गवां बैठे हैं। मेरी मांग है कि उनकी पत्नी को नौकरी दी जाए और 25 लाख की सहायता भी दी जाए, ऐसा नहीं होता तो विभाग के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कराया जाएगा।

पूर्व मंत्री ने कहा कि इतने जोखिम भरे कार्य में लगे दैनिक श्रमिकों को उनकी सुरक्षा व्यवस्था को विभाग द्वारा नजरअंदाज करते हुए, श्रमिकों के साथ इनके परिवारों से बहुत बड़ा खिलवाड़ किया गया है। मेरी सरकार से मांग है कि सतेन्द्र सिंह पवार पुत्र श्री कुलवीर सिंह पंवार के परिवार को उसकी इतनी कम उम्र में शहीद होने पर कम से कम 25 लाख आर्थिक सहायाता व उसकी पत्नी को वन विभाग में स्थाई नियुक्ति दी जाए, साथ ही राष्ट्रीय वन सम्पदा को बचाने में अपनी जान गवां चुके दैनिक श्रमिकों को उत्तराखड़ सरकार द्वारा शहीद का दर्जा प्रदान किया जाए। 

धनै ने यह भी आग्रह किया है कि विभाग द्वारा इतने जोखिम भरे कार्य में बिना सुरक्षा कवच एवं सुरक्षा बीमा किये बगैर बरती गई लापरवाही को मध्यनजर रखते हुए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने का भी कष्ट करेंगे । अन्यथा उत्तराखंड जन एकता पार्टी को कानूनी कार्यवाही के साथ धरना प्रदर्शन के लिए मजबूरन बाध्य होना पड़ेगा।

बातचीत के दौरान धनै ने स्थानीय विधायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिला अस्पताल का बुरा हाल है, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री की घोषणा के बावजूद डैम टॉप से 24 घण्टे आवागमन शुरू नहीं हो पाया और श्रीदेव सुमन विश्व विद्यालय का दीक्षांत समारोह तक टिहरी में नहीं हो पाया तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विधायक कितने जागरूक हैं। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में लाए गए सभी संस्थान आज बदहाल हैं चाहे वह नर्सिंग कॉलेज हो चाहे टेहरी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज या कोई और।

धनै ने हाल में सरकार व वन मंत्री की उस घोषणा का स्वागत किया है जिसमें लोगों को अपने निजी खेतों में पेड़ काटने की आजादी दी गयी है।

प्रेस वार्ता में केंद्रीय उपाध्यक्ष गोविंद बिष्ट, पीआरओ बलबीर नेगी, परमजीत आदि मौजूद रहे।


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Govind Pundir

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