डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने टीम के साथ आपदा प्रभावित गांवों का किया दौरा, मौके पर अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
नई टिहरी। जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार ने कल रविवार को विकासखण्ड जौनपुर के अन्तर्गत आपदा प्रभावित ग्राम चिफल्डी, गवाली डांडा, तौलिया काटल, सोन्दणा, सौंग नदी के डैम हैड से स्थान पलैड तक स्थलीय निरीक्षण किया ।
उसके बाद रा.प्रा.वि. गवाली डांडा जौनपुर टिहरी गढ़वाल में समीक्षा बैठक कर लोगों की समस्याएं/शिकायते सुनी तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा सहित अन्य अधिकारियों के द्वारा दिनभर लगभग 14 किमी. पैदल चलकर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा मृतक सुरेन्द्र सिंह के पिताजी बीर सिंह को राहत राशि का चैक दिया गया। सुरेन्द्र सिंह ग्राम चिफल्डी जो ग्राम सरखेत देहरादून अपने रिश्तेदार के यहां गये थे, उनका शव 24 अगस्त, 2022 को ग्राम सरखेत देहरादून में बरामद हुआ था।
जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों की समस्याओं एवं शिकायतों के संबंध में समयसीमा निर्धारित कर संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत समस्याओं/शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिये तथा आपदा से क्षतिग्रस्त कार्याें के मेजरमेंट कर तत्काल इस्टीमेट बनाकर उपलब्ध करने के निर्देश दिए। चिफल्डी गांव के निरीक्षण के दौरान जगह-जगह पीएमजीएसवाई की सड़क पर मलवे को लेकर जिलाधिकारी ने एसडीएम धनोल्टी को निर्देशित किया कि पीएमजीएसवाई को 15 दिन का समय देते हुए मलवा हटाने तथा प्रोपर डम्पिंग जोन में डालने को कहें, यदि इस अवधि में कार्य नहीं किया जाता है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही घरों एवं जिस किसी क्षेत्र में मलवा भर गया है, उसे हटवाना, आपदा से जो नक्शे कट गये हैं, उनका आंकलन कर प्रपत्र तैयार करना, विस्थापितों के लिए भूमि चिन्ह्ति करना, पशुहानि, आंशिक एवं पूर्ण क्षति का अनुदान शीघ्र देना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा सिंचाई विभाग को आपदा से क्षतिग्रस्त कृषि भूमि के सुधार हेतु रिवर ट्रेनिंग करने तथा नदी के दोनों तरफ चैनेलाइजेशन करने के निर्देश दिये गये। लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि जो भी कार्य किये जा रहे हैं, उनकी फाउण्डेशन मजबूत हो, ताकि किसी भी तरह की कोई शिकायत की गुंजाइश न रहे। वहीं विद्युत विभाग को ग्राम चिफल्डी एवं गवालीडांडा में बाधित विद्युत आपूर्ति का तत्काल बहाल करने, उरेडा अधिकारी को गवाली डांडा, चिफल्डी, सोंदणा, तोलिया काटल हेतु 30 सोलर लाइट की तत्काल व्यवस्था करने तथा पीएमजीएसवाई अधिकारी को 01 ट्राली सोंदणा में तत्काल लगाये जाने हेतु काम शुरू कर फोटोग्राफ्स उपलब्ध के निर्देश दिये गये। वहीं सभी विभागों को निर्देशित किया कि सोंदणा में एसडीएम की परमिशन लिये बिना कोई नाप तोल करने नहीं जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा गवाली डांडा, जैंतवाड़ी, खेतू आदि गावों में पेयजल बिलों की शिकायत पर जल संस्थान अधिकारी को गांव में कैम्प लगाकर तत्काल पेयजल लाइन/बिल ठीक कर दो दिन के अन्दर पानी पहुंचाने तथा रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। साथ ही स्वयं कार्यों की प्रगति की जानकारी लेने हेतु गांवों वालों के सम्पर्क नम्बर लिये गये। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा रा.प्रा.वि. गवाली डांडा में शिफ्ट किये गये परिवारों का हाल-चाल भी जाना।
जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त 72 पेयजल लाइनों में से 53 पूर्ण/अस्थाई रूप से ठीक कर दी गई हैं, जल्द की क्षेत्र की पेयजल लाइनों, विद्युत लाइनों को पूर्ण रूप से ठीक कर लिया जायेगा, फिलहाल क्षेत्र में तीन पेयजल योजनाओं की अस्थाई व्यवस्था की गई है। ग्राम चिफल्डी में नदी पर एसडीआरएफ द्वारा अस्थाई पुलिया का निर्माण कर दिया गया है। 02 ट्राली का काम शुरू कर दिया गया है तथा सोंदणा में भी 01 ट्राली के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित कर दिया गया है। आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पित्तियों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक करने का काम किया जा रहा है।
इस दौरान एसडीएम धनोल्टी लक्ष्मीराज चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी अभिलाषा भट्ट, एएमए जिला पंचायत संजय खण्डूरी, डीएसओ अरूण वर्मा, उरेडा अधिकारी ए.पी. सकलानी, एसीएमओ एल.डी. सेमवाल, अधि.अभि. जल संस्थान सतीश नौटियाल, अधि.अभि. लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता, तहसीलदार साक्षी उपाध्याय, एडीआईओ सूचना भजनी भण्डारी, क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि ओमप्रकाश पंवार, जिला पंचायत प्रतिनिधि तीरथ रावत, ग्राम पंचायत तोलिया काटल प्रधान प्रतिनिधि दिगम्बर पंवार, ग्राम प्रधान कुण्ड वीरेन्द्र कोठारी, पसणी रघुवीर नेगी, कोकलिया गांव सुमन असवाड़, सहित अन्य अधिकारी एंव ग्रामीण मौजूद रहे।