देवप्रयाग में महाशीर मछलियों का रैंचिंग सह जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
टिहरी गढ़वाल 16जून 2023। गंगा नदी में विलुप्त हो रहे मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण एवम् संवर्धन को ध्यान में रखते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् -केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सिफरी), प्रयागराज के द्वारा दिनांक 16 जून 2023 को, देवप्रयाग के पवित्र पावन अलकनंदा नदी पर पंतजलि सेवाश्रम के प्रांगण में महाशीर मछलियों का रैचिंग सह जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
इस अवसर पर गंगा नदी में 10000 (दस हजार) महाशीर मछलियों के बीज को छोड़ा गया। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के अन्तर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ॰ बी॰ के॰ दास ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए गंगा नदी में मछली और रैंचिंग के महत्व को बताया।उन्होने कहा पुरे गंगा नदी में कम हो रहे महत्वपूर्ण मत्स्य प्रजातियोें के एक करोड़ से ज्यादा बीजों के रैंचिंग का लक्ष्य रखा गया है ।
डॉ॰ संदीप बेहेरा, वरिष्ठ सलाहकार, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने नमामि गंगे परियोजना के बारे में जानकारी दी साथ ही उपस्थित लोगो को गंगा के जैव विविधता के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति प. पू. श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी ने मानव सभ्यता के लिए गंगा के महत्व को बताया और गंगा को स्वच्छ रखने एवम इसे बचाने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर कुछ जरूरतमन्द मछुआरों को मछली का जाल दिया गया । उपस्थित सभी लोगों ने गंगा के प्रति जागरूक होने के साथ ही गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन केँद्राध्यक्ष डॉ. धर्म नाथ झा ने किया तथा अन्त में संस्थान के वैज्ञानिक डा० वी आर ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आस्वस्त किया कि समाज के भगीदारी से हम इस परियोजना के उद्देष्यों को पाने में सफलता प्राप्त करेंगे।