उत्तराखंड में भू कानून विषय पर हुई चर्चा
छात्र-छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित स्पैरो होम भेंट किए गए
टिहरी गढ़वाल 19 फरवरी 2024 । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में जंतु विज्ञान विभाग एवं सांख्यिकी विभाग के विभागीय परिषद के संयुक्त तत्वाधान में उत्तराखंड में भू कानून विषय पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो पुष्पा नेगी ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की यदि उत्तराखंड में भू कानून लागू होता है तो यहां के निवासियों को रोजगार सहित कई फायदे मिलेंगे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सैन्य विज्ञान विभाग के डॉ कमलेश पांडे रहे। डॉ पांडे द्वारा भू कानून के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में भी हिमाचल प्रदेश जैसे सशक्त भू कानून की आवश्यकता है। कार्यक्रम के जन्तु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष ,डॉ पदमा वशिष्ठ, डॉ विजय प्रकाश सेमवाल, सांख्यिकी विभाग से डॉ पुष्पा पंवार , डॉ आरती खंडूरी डॉ हेमलता बिष्ट एवं डॉ प्रीतम सिंह आदि उपस्थित रहे।
छात्र-छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित स्पैरो होम भेंट किए गए
वहीं दूसरी ओर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में एनिमल केयर यूनिट को महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित स्पैरो होम भेंट किए गए। महाविद्यालय की संरक्षिका प्रो पुष्पा नेगी के छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए पिछले कुछ सालों में शहरों में गौरैया की कम होती संख्या पर चिंता प्रकट करते हुए कहा गया कि गौरया मनुष्यो के साथ विकसित हुई है जो जंगलों के बजाय केवल हमारे निकट संपर्क में रहने के लिए जानी जाती है, लेकिन पिछले दो दशकों में लगभग हर शहर में इनकी आबादी घट रही है। ऐसे में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा बनाए हुए स्पैरो होम गौरया के संरक्षण के लिए एक अच्छी पहल साबित हो सकती है।
इस अवसर पर एनिमल केयर यूनिट के डॉ पदमा वशिष्ठ, डॉ पुष्पा पंवार, डॉ विजय प्रकाश सेमवाल, डॉ आरती खंडूरी, डॉ हेमलता बिष्ट, डॉ कमलेश पांडे, डॉ प्रीतम सिंह आदि उपस्थित रहे।