टीएचडीसी टिहरी में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत 500 फलदार पौधे किए वितरित
टिहरी गढ़वाल 30अगस्त 2024। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, टिहरी ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण को संरक्षित करने के साथ-साथ माताओं के प्रति सम्मान और स्नेह व्यक्त करना है। कार्यक्रम का शुभारंभ अधिशासी निदेशक (टीसी) श्री एल.पी. जोशी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को फलदार पौधे वितरित कर किया।
श्री जोशी ने इस अवसर पर कहा कि इस अभियान की प्रेरणा देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी से मिली है, जिन्होंने देशवासियों और दुनिया भर के लोगों से अपनी मां के नाम पर या उनके साथ मिलकर एक पेड़ लगाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगा, बल्कि माताओं के प्रति एक अनमोल उपहार भी होगा।
श्री जोशी ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने निजी आवास पर इन पौधों को लगाकर उनकी सुरक्षा और संरक्षण का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि आज के समय में मनुष्य अपने निजी स्वार्थों के कारण पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे पर्यावरण को भारी क्षति हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, विभिन्न प्रकार की बीमारियां और आपदाएं उत्पन्न हो रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 500 फलदार पौधे, जिनमें आम, आंवला, अमरूद, लीची, जामुन, नींबू, और माल्टा जैसे पौधे शामिल थे, वितरित किए गए।
इस अवसर पर श्री ए.आर.गैरोला, महाप्रबंधक (पी.एस.पी.), श्री विजय सहगल, महाप्रबंधक (पुनर्वास/समन्वय), श्री डी.पी. पात्रों, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.एवं प्रशा.), श्री ए.के. कंसल, अपर महाप्रबंधक (बाँध एवं पर्यावरण), श्री रवींद्र सिंह राणा, अपर महप्रबंधक (ओ.एण्ड एम.), श्री एम.एम.एस. चौहान, उप महाप्रबंधक (बी.आर.एम.), श्री मोहन सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक (मा.सं.एवं प्रशा.), श्री इन्द्रराम नेगी, प्रबंधक (हिन्दी), श्री जयेन्द्र रावत, प्रबंधक (पर्यावरण), श्री आर.डी. ममगाईं, उप प्रबंधक (जनसम्पर्क), श्री पुरुषोत्तम सिंह रावत, उप प्रबंधक (सुरक्षा) श्री शेर सिंह रावत, सहायक प्रबंधक (पर्यावरण) सहित बड़ी संख्या में कार्मिक उपस्थित थे
कार्यक्रम का संचालन श्री शेर सिंह रावत, सहायक प्रबंधक (पर्यावरण) ने किया। इस आयोजन ने टीएचडीसी के कर्मचारियों और अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक नई दिशा में प्रेरित किया।