राज्य आय अनुमानों पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण कार्यशाला का देहरादून में सफल आयोजन
देहरादून, 05 अगस्त, 2024 । देहरादून स्थित जेएसआर होटल में आज राज्य आय तथा संबंधित अनुमानों पर एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय प्रशिक्षण और कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ अपर महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग (NAD), भारत सरकार श्री संजय और उत्तराखंड शासन के अपर सचिव श्री विजय कुमार जोगदण्डे ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यशाला में आठ राज्यों के सांख्यिकीय सेवा से जुड़े अधिकारियों ने भाग लिया। श्री संजय ने उद्घाटन उद्बोधन में राज्य आय अनुमानों के आंकलन के विषय पर गहन प्रशिक्षण प्रदान करने का उद्देश्य स्पष्ट किया। उन्होंने प्रतिभागी राज्यों के अर्थ एवं संख्या निदेशालय के अधिकारियों को राज्य और जिला आय अनुमानों के आंकलन की बारीकियों को समझने और कार्यशाला के दौरान चर्चा के माध्यम से अपनी शंकाओं का समाधान करने के लिए प्रेरित किया।
उत्तराखंड शासन के अपर सचिव श्री विजय कुमार जोगदण्डे ने अपने संबोधन में इस कार्यशाला के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रभावी क्षेत्रीय विकास नीतियों को आगे बढ़ाने में राज्य आय अनुमान अनुभाग द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने डाटा संग्रहण और विश्लेषण तकनीक को बेहतर बनाने में ऐसी कार्यशालाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि इससे नियोजन प्रक्रिया और साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
उत्तराखंड के अर्थ एवं संख्या निदेशालय के निदेशक श्री सुशील कुमार ने राज्य की क्षमता पर भरोसा करने के लिए केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय का धन्यवाद व्यक्त किया और कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने जानकारी दी कि निदेशालय द्वारा नए आधार वर्ष 2011-12 के अनुसार वर्ष 2021-22 तक के अंतिम, वर्ष 2022-23 के अनंतिम और वर्ष 2023-24 के त्वरित और अनुमानित आंकड़े तैयार किए जा चुके हैं।
उत्तराखंड राज्य ने इससे पहले भी इस प्रकार की चार कार्यशालाओं का सफल आयोजन किया है। राज्य ने 1993-94 से लेकर 2011-12 तक विभिन्न आधार वर्ष श्रृंखलाओं के राज्य घरेलू उत्पाद (एसडीपी) के अनुमान तैयार किए हैं, जिन्हें नियमित रूप से प्रकाशित किया गया है।
कार्यशाला में श्री पंकज नैथानी, अपर निदेशक, अर्थ एवं संख्या निदेशालय, उत्तराखंड, श्रीमती अंकिता सिंह और श्रीमती पूजा रानी, निदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग, समेत आठ राज्यों के अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस कार्यशाला के दौरान राज्य ने जिला घरेलू उत्पाद (डीडीपी) तैयार करने, बजट विश्लेषण, स्थानीय निकायों के आर्थिक खाते, बैक सीरीज और सार्वजनिक क्षेत्र के सकल स्थिर पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) के अनुमान तैयार करने की अपनी क्षमता को विकसित करने पर बल दिया।
यह कार्यशाला उत्तराखंड राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जिससे राज्य आय अनुमानों के आंकलन में सुधार होगा और भविष्य में प्रभावी नीति निर्माण में सहयोग मिलेगा।