राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर संगोष्ठी का आयोजन
टिहरी गढ़वाल 10 नवम्बर 2024 । राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की करियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा उत्तराखंड राज्य में रोजगार व स्वरोजगार के नये अवसर विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नैनबाग के प्रभारी प्रधानाचार्य श्री नंदन ठाकुर ने शिरकत की, जिनका स्वागत महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. ब्रीश कुमार ने बैच अलंकरण के साथ किया। वहीं, हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मंजू कोगियाल ने महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. सुमिता श्रीवास्तव का बैच अलंकरण कर अभिनंदन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में करियर काउंसलिंग सेल के समन्वयक डॉ. दिनेश चंद्रा ने शहीदों और आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि उत्तराखंड का उल्लेख ऋग्वेद, स्कंद पुराण और बौद्ध ग्रंथों में भी मिलता है। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1938 में श्रीनगर गढ़वाल के कांग्रेस अधिवेशन में उत्तराखंड के अलग राज्य के रूप में अस्तित्व को स्वीकार किया था, और इसके बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड पृथक राज्य बना।
मुख्य अतिथि श्री नंदन ठाकुर ने उत्तराखंड में स्वरोजगार के अवसरों पर जानकारी साझा की और बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से युवाओं को लाभ उठाना चाहिए। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. श्रीवास्तव ने छात्रों को उच्च शिक्षा क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन स्कॉलरशिप, देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत स्टार्ट-अप सीड फंडिंग, महिन्द्रा प्राइड क्लास रूम, शेनविन स्कालरशिप, और प्रोजेक्ट गौरव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को इन सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए।
समापन पर प्राचार्य ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया और डॉ. चंद्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी, और विद्यार्थी उपस्थित रहे।