भू-क़ानून आभार यात्रा पहुंची टिहरी: फरवरी 2025 में कानून लागू होने की उम्मीद
टिहरी गढ़वाल 22 दिसंबर 2024। टिहरी जिला मुख्यालय में भू-क़ानून अभियान उत्तराखंड की टीम ने जिलाधिकारी को आभार पत्र सौंपते हुए भू-क़ानून से संबंधित चर्चा की। जिलाधिकारी ने बताया कि टिहरी जिले में जमीनों को लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है। कई भू-माफियाओं के खिलाफ कदम उठाए गए हैं, और जमीनखोरों के भीतर डर पैदा करने के लिए सरकार सख्त भू-क़ानून लाने जा रही है। अभियान के तहत टिहरी प्रशासन और धामी सरकार का आभार व्यक्त किया गया, जो फरवरी 2025 में भू-क़ानून लागू करने को कटिबद्ध हैं।
टीम ने बताया कि 2021-22 में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसका परिणाम अब नजर आ रहा है। इस मौके पर टिहरी में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर पत्रकारों का भी आभार जताया गया, जिन्होंने अभियान को समर्थन दिया। अभियान के सदस्यों ने बौराड़ी हवा घर में बैठक कर चर्चा की और बताया कि फरवरी 2025 के बजट सत्र में भू-क़ानून लागू होने की पूरी संभावना है।
शंकर सागर संस्थापक/मुख्य संयोजक भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान (भू-क़ानून अभियान) उत्तराखंड ने बताया कि भू-क़ानून अभियान ने राज्यभर में 2500 किलोमीटर की यात्रा कर लोक देवी-देवताओं और प्रमुख धामों में प्रार्थना अर्पित की थी, जिससे सरकार के मानस में इस कानून को लागू करने की प्रेरणा उत्पन्न हो। अभियान के अनुसार, इस सफलता के पीछे 2016 से चला आ रहा संघर्ष और जनजागरण का प्रयास है। इस संघर्ष को “भू-क़ानून का संघर्ष” नामक पीडीएफ के रूप में प्रकाशित किया गया है।
आभार यात्रा का शुभारंभ 16 दिसंबर को सचिवालय के गेट पर प्रणाम के साथ हुआ, जहां वर्तमान में भू-क़ानून को लेकर युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अभियान ने आगामी आभार रैली और “परिसीमन अभियान उत्तराखंड 2024” की भी घोषणा की, जो राज्य में जनजागरण के लिए समर्पित रहेगा।
टीम में शंकर सागर, अशोक नेगी, आनंद सिंह रावत, उमेद बिष्ट, शंकर कांडपाल, राम कुमार सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।