वनाग्नि सुरक्षा के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
- जिलाधिकारी ने दिए प्रभावी रोकथाम के निर्देश
टिहरी गढ़वाल, 2 जनवरी, 2025: आगामी फायर सीजन को ध्यान में रखते हुए जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इस दौरान वनाग्नि रोकथाम और सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।
जिलाधिकारी ने कहा, “वन संपदा हमारी राष्ट्रीय धरोहर है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। आगामी फायर सीजन के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं।” उन्होंने डीडीएमओ को एक विशेष कार्य समूह बनाने के निर्देश दिए, जिसमें वन, राजस्व, पुलिस, अग्निशमन, ग्राम विकास और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को जोड़ा जाएगा।
मॉक ड्रिल और उपकरण अपडेट का निर्देश
जिलाधिकारी ने टिहरी और नरेंद्रनगर के डीएफओ को संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित करने और फायर कंट्रोल रूम को अपडेट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी आवश्यक उपकरण समय पर कंट्रोल रूम में उपलब्ध हों। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में आड़ा जलाने का कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा कराने और ग्राम प्रहरियों व समितियों के माध्यम से जनजागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया।
वाटर पॉइंट्स की निगरानी
उन्होंने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को फायर सीजन के दौरान पानी भरने वाले स्थानों की निगरानी और घनसाली, कीर्तिनगर, तथा लम्बगांव में नए वाटर पॉइंट्स तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को ग्राम पंचायतों में गठित समितियों को फायर सीजन के दौरान सतर्क रहने और सूचना आदान-प्रदान के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी से अपने स्तर पर प्रयास करने की अपील करते हुए कहा, “जल और वायु मानव जीवन के लिए अनिवार्य हैं। वनाग्नि को रोकने के लिए हर व्यक्ति को योगदान देना होगा।”
वन विभाग ने साझा की जानकारी
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चीड़ के बहुलता वाले क्षेत्रों में वनाग्नि रोकथाम के लिए एक सुनियोजित योजना आवश्यक है। सभी विभागों के सहयोग से इसे प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम अरविंद कुमार पांडेय, डीएफओ टिहरी पुनीत तोमर, डीएफओ मुनिकीरेती जीवन दगाड़े, डीएफओ मसूरी अमित कंवर, डीएफओ डैम संदीपा शर्मा, सीएमओ श्याम विजय, एएसपी जेआर जोशी, डीपीआरओ एमएम खान, ईई जल संस्थान प्रशांत भारद्वाज, एसडीओ रश्मि ध्यानी, राखी जुयाल, जन्मेजय रमोला और आशीष डिमरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।