सहज योग ध्यान से छात्र छात्राओं के जीवन में सकारात्मक सोच और संतुलन संभव
टिहरी गढ़वाल, 5 जनवरी 2025। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई टिहरी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत आयोजित शिविर के पांचवे दिन सहज योग ध्यान पर सत्र का आयोजन किया गया। सहज योग परिवार रुड़की की टीम ने स्वयंसेवक छात्र-छात्राओं को सहज योग ध्यान की गहन जानकारी प्रदान की।
राजकीय महाविद्यालय टिहरी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हर्षिता जोशी ने सहज योग की प्रक्रिया और उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ध्यान कोई किया जाने वाला क्रियाकलाप नहीं है, बल्कि यह एक स्वतः स्फूर्त प्रक्रिया है। व्यक्ति अक्सर अपने विचारों में भूतकाल और भविष्यकाल में उलझा रहता है, जिससे मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक असंतुलन उत्पन्न होता है। सहज योग ध्यान के माध्यम से व्यक्ति निर्विचार अवस्था में आकर वर्तमान क्षण में स्थिर हो सकता है। उन्होंने श्रीमाताजी निर्मला देवी द्वारा बताए गए सहज योग ध्यान के अभ्यास के लाभों को भी विस्तार से समझाया। सत्र के अंत में छात्र-छात्राओं को कुंडलिनी जागरण की अनुभूति कराई गई, जो उनके लिए एक अद्भुत अनुभव रहा।
इस कार्यक्रम में सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र सिंह और जितेंद्र सेमल्टी, सरस्वती विद्या मंदिर ढुंगीधार की प्रधानाचार्य श्रीमती नीलम रतूड़ी, अध्यापिका सुषमा बहुगुणा, राजकीय महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चारु पांडे, देवेश और रुड़की से आए सहज योगी बंपिल, मीनू सैनी, स्वाति सैनी, सूर्यकांत , सरोज पंवार, रोशनी आदि ने भाग लिया। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी इस सत्र का हिस्सा बने और ध्यान के महत्व को समझा।
इससे पहले सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज रानीचौरी के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को भी सहज योग की जानकारी दी गई थी। यह सत्र छात्रों के जीवन में सकारात्मकता और संतुलन लाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।