गंगा स्वच्छता पखवाड़े का समापन त्रिवेणी घाट में गंगा आरती के साथ संपन्न

ऋषिकेश, 31 मार्च 2025: नमामि गंगे प्रकोष्ठ, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी), जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार और राज्य परियोजना प्रबंधन ग्रुप, नमामि गंगे उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में 16 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित “गंगा स्वच्छता पखवाड़ा” का समापन आज त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती के साथ हुआ।
इस अवसर पर जनकल्याण और विश्व शांति के पावन उद्देश्य के साथ आयोजित गंगा आरती में “नमामि गंगे, हर हर गंगे” के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।कार्यक्रम में श्रीदेव सुमन परिसर के छात्र-छात्राओं के साथ बड़ी संख्या में पर्यटक और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। गंगा आरती के दौरान “गंगा माता की जय” और “भारत माता की जय” के जयघोष से माहौल अध्यात्मिक हो गया। छात्र-छात्राओं ने विश्व शांति और उन्नति के लिए 108 दीप प्रज्वलित किए।
स्वच्छता पखवाड़े की गतिविधियाँ
स्वच्छता पखवाड़े के दौरान गंगा की स्वच्छता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें “गंगा नहीं तो हम नहीं” नुक्कड़ नाटक का विमोचन, कूड़ा प्रबंधन के फायदों पर जागरूकता, गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन के उपयोग, प्लास्टिक थैलों के बजाय कपड़े के थैलों के प्रयोग पर जोर, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, स्वच्छता अभियान, हस्ताक्षर अभियान, गंगा शपथ, पेंटिंग प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, “गंगा प्रदूषण: कारण एवं निवारण” पर भाषण प्रतियोगिता, “गंगा: भारत की आधारशिला” पर निबंध प्रतियोगिता, त्रिवेणी घाट पर गंगा तटों की सफाई, श्रमदान, वृक्षारोपण, रंगोली प्रतियोगिता और जन जागरूकता रैली शामिल रहे। इसके अतिरिक्त, नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सफाई और पुनर्जीवन पर एक दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।
नमामि गंगे प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मेंदोला ने इस सफल आयोजन के लिए निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत, कुलपति प्रो. एन.के. जोशी, विश्वविद्यालय परिवार, छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवियों, मीडिया और जन सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।