राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का पालिकाध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने किया शुभारंभ

टिहरी गढ़वाल, 25 मार्च 2025। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नई टिहरी की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ आज राजकीय इंटर कॉलेज पांगरखाल में धूमधाम से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष नई टिहरी मोहन सिंह रावत, ग्राम प्रधान पांगरखाल संगीता सजवाण, कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो. डी.पी.एस. भण्डारी और राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विशेष कुमार चौरसिया ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
पालिकाध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा, “एनएसएस युवाओं को समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त मंच है। इस शिविर से मिलने वाले अनुभवों को अपनाकर समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान में योगदान दें।” वहीं, प्रो. भण्डारी ने स्वयंसेवियों को शिविर के दौरान अनुशासन और संयम के साथ कार्य करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में स्वयंसेवियों ने एनएसएस का लक्ष्य गीत प्रस्तुत कर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया, साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समा बांधा। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय प्रकाश सेमवाल ने शिविर की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि शिविर के दौरान गोद लिए गए गांवों पांगरखाल और वालमा में स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता, शैक्षिक गतिविधियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। पहले दिन स्वयंसेवियों ने गंगा की सहायक जलधाराओं और स्थानीय मंदिरों के संरक्षण पर विचार-मंथन किया। उनका कहना था कि इनके संरक्षण से जलवायु और पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूती मिलेगी, साथ ही स्थानीय लोगों को लाभ होगा।
इस अवसर पर डॉ. पूरण चंद्र पैन्यूली और डॉ. रजनी गुसाईं ने जल संरक्षण, नशामुक्ति, सड़क सुरक्षा, रक्तदान, सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन और साइबर क्राइम जैसी सामाजिक चुनौतियों से निपटने के उपाय सुझाए। ग्राम प्रधान संगीता सजवाण ने कहा, “ऐसे आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाते हैं। हम एनएसएस इकाई का स्वागत करते हैं।”प्रधानाचार्य चौरसिया ने अपने संबोधन में स्वयंसेवियों को प्रेरित करते हुए कहा, “एनएसएस शिविर समाज की समस्याओं को समझने और समाधान खोजने का अवसर देता है। यह अनुभव राष्ट्र निर्माण में सहायक होगा।” उन्होंने अपने छात्र जीवन के एनएसएस अनुभव साझा करते हुए युवाओं से अनुशासन और ईमानदारी के साथ दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की। शिविर में 83 स्वयंसेवी हिस्सा ले रहे हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. आशा डोभाल ने किया। यह शिविर समाज सेवा और जागरूकता के क्षेत्र में एक नई पहल साबित होगा।