2024 तक हर तीसरी लोकसभा में होगा एक मेडिकल कॉलेज- अमित शाह
अटल जी ने दिया था एम्स
गढ़ निनाद समाचार *14 मार्च 2020
ऋषिकेश: देश में 22 नए एम्स खोले जाएंगे साथ ही हर तीसरी लोकसभा में एक मेडिकल कॉलेज खोला जायेगा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेडिकल के क्षेत्र में बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। यह कहना है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का। शाह ने यह बात ऋषिकेश एम्स के द्वितीय दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में लगे हैं। आज 157 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के साथ काम शुरू हुआ है। अटल जी ने छह एम्स से काम शुरू किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 22 नए एम्स दिए हैं। प्रत्येक राज्य को एक एम्स मिलना चाहिए।
ऋषिकेश एम्स द्वितीय दीक्षांत समारोह;इस दौरान कई योजनाओं सहित प्रत्यारोपण खंड,नेत्र केंद्र, तंत्रिका विज्ञान केंद्र, कैंसर-केंद्र, शैक्षिक& प्रशासनिक खंड,महिला छात्रावास, टाइपथर्ड आवास, बहुप्रयोजन भवन तथा विवाहित डॉक्टर छात्रावास का भी शिलान्यास किया गया।#AIIMSRishikesh #AmitShah pic.twitter.com/LK54ti4PFu
— Garh Ninad (@GarhNinad) March 14, 2020
शाह ने कहा कि अटल बिहारी जी ने उत्तराखंड राज्य के साथ इसे एम्स भी दिया। अटल आयुष्मान योजना सबसे बड़ी योजना है, 60 करोड़ लोग जुड़े हैं। 12.38 करोड़ परिवारों का ई-कार्ड बनाने का काम पूरा हुआ है। नए साल में करीब एक करोड़ लोगों को ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराने का काम किया है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के जरिये गरीब लोगों को लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने फीट इंडिया के जरिये योग को प्रमोट किया है। शाह ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप यहां से चिकित्सा ज्ञान लेकर जा रहे हैं। 60 करोड़ गरीब मरीज आपके सामने होंगे। आप सभी को प्रधानमंत्री मोदी के मिशन को आगे बढ़ाना है। हमारा देश महान परंपरा वाला देश है। जिसके लिए विश्व में दूसरा स्थान नहीं, बल्कि सर्वोच्च स्थान बना है।
एम्स में नई योजनाओं का भी किया शिलान्यास
अमित शाह ने इस दौरान एम्स में नई योजनाओं का भी शिलान्यास किया। इसमें प्रत्यारोपण खंड, नेत्र केंद्र, तंत्रिका विज्ञान केंद्र, कैंसर केंद्र, शैक्षिक खंड, प्रशासनिक खंड, महिला छात्रावास, टाइप थर्ड आवास, बहु प्रयोजन भवन तथा विवाहित डॉक्टर छात्रावास आदि शामिल है।
AIIMS केवल एक अस्पताल व कॉलेज नहीं…अनुसंधान का केंद्र है।
यहाँ विश्व के अनेक अस्पतालों के साथ MoU होते है और छात्रों को विश्व भर की टेक्नोलॉजी का भी अनुभव होता है।
मुझे विश्वास है कि हर राज्य में AIIMS बनते ही दुनिया में सबसे ज़्यादा रिसर्च पेपर फाइल करने वाला देश भारत होगा। pic.twitter.com/ni46akHTLP
— Amit Shah (@AmitShah) March 14, 2020
वाजपेई जी ने की थी एम्स की स्थापना
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में एम्स की स्थापना हुई। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज ने इस काम को आगे बढ़ाया। ऋषिकेश में एम्स की स्थापना उन्हीं के कार्यकाल में हुई थी, मुझे खुशी है इस बात की कि तेजी के साथ विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां से उपाधि लेने वालों सम्मानित करने का मौका मिल रहा है यह भी हमारे लिए गौरव की बात है।
ऋषिकेश पूरे विश्व में योग की राजधानी है
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि ऋषिकेश पूरे विश्व में योग की राजधानी है। यहां दीक्षांत समारोह होना गौरव की बात है। उपाधि ग्रहण करने वालों को समाज में जाकर लोगों के जीवन की रक्षा करनी है। बताते चलें कि एम्स के प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिरकत की थी। गृहमंत्री अमित शाह दोपहर तीन बजे वापस दिल्ली लौट गए।