संपादकीय: अब प्रवासियों की होगी पूल टेस्टिंग
गोविंद सिंह पुण्डीर
गढ़ निनाद न्यूज़। देहरादून/नई टिहरी, 16 मई 2020।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को 11 साल की लड़की समेत चार और कोरोना संक्रमित मिलने से शनिवार सुबह तक आंकड़ा 82 तक पहुंच गया है जिससे सरकार और प्रशासन की पेशानी में बल पड़ना स्वाभाविक है।
शुरुआती दिनों में यह लगा रहा था कि उत्तराखंड ने कोरोना की चेन तोड़ने में लगभग कामयाबी हासिल कर ली है। मगर एकायक जमातियों ने उत्तराखंड के हर जिले में जिला प्रशासन की नींद ही उड़ा दी। एक के बाद एक मामले सामने आये। फिर जब तक इस पर काबू पाया तो अब विभिन्न प्रदेशों, विदेशों से घर वापसी कर रहे हमारे प्रवासी भाइयों के साथ कोरोना मानो दहेज में साथ आ रहा है। सरकार ने अब प्रवासियों की पूल टेस्टिंग कराने के लिए कहा है। पूल टेस्टिंग का उपयोग सर्विलांस के लिए किया जाएगा।
शुक्रवार देर शाम तक एक और 25 वर्षीय युवक के संक्रमित होने की पुष्टि हुई जो पौड़ी जिले का रहने वाला है कि और विगत दिनों गुरुग्राम हरियाणा पौड़ी अपने घर वापस आया था। देहराूदन,नैनीताल जिले में भी कोरोना संक्रमित मिले हैं। नैनीताल जिले से कालाढूंगी निवासी एक 11 साल की लड़की और बेतालघाट से 24 साल के युवक की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। यह दोनों भी गुरुग्राम हरियाणा से दस मई को सरकारी बस से उत्तराखंड लौटे थे। प्रारंभिक जांच के बाद इन्हें आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कर दिया गया था।
चिंता की बात यह है कि ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों का आंकड़ा 50 ही है, वह नहीं बढ़ रहा। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग का हेल्थ बुलेटिन तो यही बता रहा है। उधर अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत की माने तो प्रदेश में कल 495 नये सैंपल भी जांच को लैब में भेजे गए। अभी तक कुल भेजे गए सैंपल में 10523 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 634 सैंपल की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। राज्य का कोरेाना पॉजिटिव केस के मामले में अभी डबलिंग रेट 21 दिन का है। रिकवरी रेट राज्य का 63.29 प्रतिशत है। कुल भेजे गए सैंपल में 0.75 प्रतिशत सैंपल ही पॉजिटिव पाए गए हैं। आरोग्य सेतू एप डाउनलोड करने वालों की कुल संख्या 14.20 लाख है।
विभिन्न प्रदेशों से उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद आब राज्य सरकार ने पूल टेस्टिंग का फैसला ले लिया। इसके तहत पांच से 25 तक लोगों के सैंपलों को एक साथ मिलाकर जांचा जाएगा। सरकार ने सभी जिलों को प्रवासियों की पूल टेस्टिंग शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अपर सचिव-स्वास्थ्य युगल किशोर पंत के अनुसार पूल टेस्टिंग का उपयोग सर्विलांस के लिए किया जाएगा। अगर किसी पूल का सैंपल पॉजिटिव आता है तो फिर उस पूल के सभी सैंपलों की जांच अलग-अलग की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसका मकसद, यह पता करना है कि कितने लोगों में संक्रमण है। सभी सरकारी एवं मान्यता प्राप्त निजी लैब को पूल टेस्टिंग के लिए तैयार रहने को कह दिया गया है।