आसमान से गिरे खजूर पर अटके, … सरकार का होप पोर्टल धड़ाम
रमेश रावत, गढ़ निनाद न्यूज़
देहरादून: 13 मई बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुशल एवं अकुशल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से एक पोर्टल ‘HOPE’ [Helping Out People Everywhere] शुरू किया। पोर्टल का 13 मई 2020 को सचिवालय में मंत्रिमंडल की उपस्थिति में शुभारम्भ किया गया। पोर्टल का मुख्य उद्देश्य युवाओं का डाटाबेस बनाना तथा डाटाबेस के आधार पर रोजगार/स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इसके आलावा कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने “मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना” का शुभारम्भ भी किया था और घोषणा की थी कि जल्दी ही ‘HOPE’ पोर्टल का “मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना” के साथ जोड़कर यह पोर्टल महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
गौरतलब है कि “Hope” पोर्टल जिसका यू.आर.एल. hope.uk.gov.in है के माध्यम से उत्तराखण्ड के ऐसे युवा जो विभिन्न राज्यों एवं उत्तराखण्ड में कुशल पेशेवर Skilled professional हैं तथा वर्तमान में किसी न किसी संस्थान में कार्य कर रहे हैं या जो उत्तराखण्ड में कौशल विकास विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, ऐसे युवाओं के लिए यह पोर्टल एक सेतु के रूप में कार्य करने के उदेश्य से बनाया गया है. पोर्टल के डाटा बेस का उपयोग राज्य के समस्त विभाग युवाओं को स्वरोजगार तथा अन्य रोजगार देने वाली कम्पनियां रोजगार से जोड़ने के लिए किया जायेगा।
सरकार के इस पोर्टल के माध्यम से स्वरोजगार या रोजगार पाने वाले के हजारों युवा काफी उत्सुक है, परन्तु पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का प्रयास कर रहे युवा काफी प्रयास के बाद भी सफल नहीं हो पा रहे। पोर्टल के साथ उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें उन्हें बार-बार असफलता ही मिल रही हैं।
उनका कहना है की जब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन ही सफल नहीं हो रहा! तो फिर आगे रोजगार या स्वरोजगार की सम्भवना के बारे में HOPE पर संका तो होगी ही।