चैत्र नवरात्रि पर दुल्हन की तरह सजा ज्वालामुखी मंदिर, अष्टादश महापुराण कल (आज) से
गढ़ निनाद समाचार, 12 अप्रैल 2021।
(बिनकखाल से लोकेंद्र दत्त जोशी की रिपोर्ट)
ज्वालामुखी मंदिर परिसर को चैत्र नवरात्र पर दुल्हन की तरह सजाया गया है। मंदिर समिति बिनकखाल के द्वारा कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए अष्टादश महापुराण महायज्ञ का आयोजन 13 अप्रैल से 22 अप्रैल तक किया जा रहा है। जिसमें मुख्य व्यास श्री परमानंद शास्त्री जी के साथ कुल 31 व्यास महापुराण में शिरकत करेंगे।
मंदिर समिति अध्यक्ष श्री बचल सिंह रावत, सचिव सोहन लाल रतूड़ी व कोषाध्यक्ष अमर सिंह राणा द्वारा सभी भक्तों से निवेदन किया गया है कि मंदिर परिसर में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जरूर आएं और माता के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करें।
बता दें कि चैत्र नवरात्र इस साल 13 अप्रैल मंगलवार से शुरू हो रहे हैं और इसकी समाप्ति 22 अप्रैल को होगी। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है, किन्तु ज्वालामुखी मंदिर बिनकखाल में यह उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाता है। नवरात्रि को साल भर में दो बार उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।
मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान माता रानी की विधि-विधान से पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ज्वालामुखी मंदिर बिनकखाल विकासखंड भिलंगना, टिहरी गढ़वाल, बासर एवं थाती कठूड दो पट्टियों के बीच में छोटी पहाड़ी चोटी पर स्थित है। जहां सालभर श्रद्धालु पूजा अर्चना कर माता रानी से मनवांछित फल की प्राप्ति करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस भव्य महोत्सव में श्रद्धा के साथ, खासा उत्साह श्रद्धालुओं में देखने को मिलता है।
इस वर्ष मंदिर में अष्टादश महापुराण का दिव्य एवं भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए मंदिर का विशाल क्षेत्र दुल्हन की तरह सज धज कर तैयार है। विगत वर्ष कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अष्टादश पुराण स्थगित किया गया था।
मंदिर समिति अध्यक्ष श्री बचल सिंह रावत, सचिव सोहन लाल रतूड़ी व कोषाध्यक्ष अमर सिंह राणा ने कहा कि अष्टादश पुराण की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं और इस आयोजन में covid-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंस तथा मास्क की अनिवार्यता के साथ ही शासन के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा।