खुशखबरी: टिहरी और हरिद्वार जिले में बनेंगे श्रीदेव सुमन विवि के परिसर

खुशखबरी: टिहरी और हरिद्वार जिले में बनेंगे श्रीदेव सुमन विवि के परिसर
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Garh Ninad Samachar

नई टिहरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने अहम फैसले लेते हुए टिहरी एवं हरिद्वार में भी विश्वविद्यालय के परिसर खोलने का अनुमोदन किया है। दस जून को हुई विश्वविद्यालय की पंचम कार्य परिषद की बैठक डाॅ0 पी0पी0 ध्यानी, कुलपति एवं अध्यक्ष, कार्य परिषद की अध्यक्षता में ऑनलाइन आयोजित की गयी। 

कार्य परिषद ने कई अहम फैसलों पर मुहर लगायी जिनमें जनपद टिहरी में और जनपद हरिद्वार में एक एक परिसर स्थापित किये जाने का अनुमोदन शामिल है। 

इसके अलावा विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में आयोजित करने, पं0 ललित मोहन शर्मा स्नातकोत्तर महाविद्यालय का नाम ‘‘पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश,’’ किये जाने, एवं विश्वविद्यालय में ‘‘पं0 ललित मोहन स्मृति व्याख्यान’’ प्रारम्भ किये जाने का अनुमोदन किया गया। 

स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को ‘‘श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल’’ से अलंकृत किये जाने एवं  पुरस्कार राशि स्वरूप 11हजार रुपये दिए जाने का अनुमोदन किया गया।  विश्वविद्यालय की देहरादून स्थित सहसपुर के स्थान भाऊवाला स्थित 2 एकड़ भूमि पर मैदानी छात्रों की सुगमतापूर्वक कार्य पहुंच हेतु ’’कैम्प कार्यालय कम अतिथि गृह’’ निर्माण किये जाने का अनुमोदन किया गया। 

विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्मृति व्याख्यान (वीसी गब्बर सिंह नेगी स्मृति व्याख्यान, ’’श्रीदेव सुमन स्मृति व्याख्यान’’ एवं ’’पंडित ललित मोहन शर्मा स्मृति व्याख्यान’’ का प्रत्येक वर्ष आयोजन किये जाने , विश्वविद्यालय मुख्यालय के सभागार का नाम  प्रथम विश्व युद्ध के महानायक, विक्टोरिया क्रास ‘‘वीसी गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल हाल’’ किये जाने , कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय की सत्र 2020-21 की वार्षिक प्रगति का भी अनुमोदन किया गया और कोविड 19 संक्रमण काल में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये विशिष्ट कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा की गयी।  

विभिन्न राजकीय एवं निजी महाविद्यालय में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रम की अवधि हेतु अस्थायी मान्यता, एवं 05 वर्ष की अस्थायी सम्बद्धता पूर्ण कर चुके संस्थानों/ महाविद्यालयों को स्थायी सम्बद्धता प्रदान किये जाने हेतु कार्यवाही किये जाने का अनुमोदन किया गया। 

साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के मध्यनजर व्यापक छात्र हित में कार्य परिषद द्वारा ’’वार्षिक पद्धति’’ को समाप्त कर इसके स्थान पर ’’सेमेस्टर पद्धति’’ लागू कराये जाने का अनुमोदन कर शासन को अवगत कराने का निर्णय लिया गया।  

वहीं  विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव श्री सुधीर बुड़ाकोटी द्वारा विश्वविद्यालय में किये गये अमर्यादित, कृत्यों पर परिषद द्वारा खेद व्यक्त किया गया। 

विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा समिति, शैक्षिक परिषद एवं वित्त समिति की विभिन्न बैठकों की सम्पूर्ण कार्यवाहियों का परिषद द्वारा अनुमोदन किया गया। कोविड-19 वैश्विक संक्रमण के दृष्टिगत एवं विश्वविद्यालय में मानव संसाधनों की अत्यंत कमी होने के बाबजूद भी, विश्वविद्यालय द्वारा 82000 छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम घोषित करने, विश्वविद्यालय में 01 घण्टा अतिरिक्त कार्य किये जाने आदि के लिए कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है। कुलपति की स्पष्ट सोच और पारदर्शी प्रणाली से मा0 परिषद अभिभूत हूई।

बैठक में कार्य परिषद के सभी 17 सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे। जिनमें कुलाधिपति नामित सदस्य मा0 न्यायमूर्ति (से0नि0) श्री बी0एस0 वर्मा, एयर कॉमोडोर (से0नि0) श्री देवेन्द्र शर्मा,  डाॅ0 कौशलेंद्र सिंह भदौरिया, डाॅ0 गजेन्द्र सिंह, राज्य सरकार द्वारा नामित सदस्य श्री प्रो0 एम0एस0एम0 रावत, पूर्व कुलपति (हे0नं0ब0ग0वि0वि0), श्री दीपेन्द्र चौधरी भा.प्र.से., सचिव, उच्च शिक्षा, डाॅ0 पंकज पन्त, प्राचार्य, परिसर ऋषिकेश, डाॅ0 आर0के0 गुप्ता, प्राचार्य,  परिसर गोपेश्वर, प्रो0 संदीप कुमार, प्राचार्य, विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के संकायाध्यक्ष इत्यादि द्वारा प्रतिभाग किया गया।  बैठक का संचालन कार्य परिषद के सचिव प्रो0 एम0एस0 रावत, प्रभारी कुलसचिव द्वारा किया गया। 


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Govind Pundir

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