गजब: करीब 10 फीसदी बच्चे ही स्मार्टफोन के इस्तेमाल से करते हैं ऑनलाइन पढ़ाई
याने हर 7 में से 6 बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल पढ़ाई करने में नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के लिए करते हैं।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के चलते बंद पड़े स्कूलों के बच्चे गहड़ में ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं। कहने में अच्छा लगता है कि चलो स्कूल बंद होने के कारण बच्चे घर में ही पढ़ लेंगे । लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 10.1 फीसदी बच्चे ही स्मार्टफोन के इस्तेमाल से ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं।
7 में से 6 बच्चे पढ़ाई के बजाय सोशल मीडिया में करते हैं स्मार्टफोन का प्रयोग
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि बाकी 59.2 फीसदी बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल ऑनलाइन चैटिंग में करते हैं या अन्य कामों के इस्तेमाल में। याने हर 7 में से 6 बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल पढ़ाई करने में नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के लिए करते हैं। नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन फॉर चाइल्ड राइट (NCPCR) की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है।
8 से 18 साल के करीब 30.2 फीसदी बच्चों के पास खुद के फोन
रिपोर्ट की मानें, तो 8 से 18 साल के करीब 30.2 फीसदी बच्चों के पास अपने पर्सनल इस्तेमाल के लिए खुद का स्मार्टफोन मौजूद है। साथ ही करीब 10 से ज्यादा उम्र के 37.8 फीसदी बच्चों का अपना खुद का फेसबुक अकाउंट मौजूद है। इतना ही नहीं इसी आयु वर्ग के 24.3 फीसदी बच्चों का अपना खुद का Instagram अकाउंट है। वहीं 13 साल से ज्यादा आयु के बच्चों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल में तेज इजाफा दर्ज किया गया है। हालांकि लैपटॉप और इंटरनेट पर इंटरनेट एक्सेस करने वाले बच्चों की संख्या कम है।
72.70 फीसदी अध्यापकों को नहीं था स्मार्टफोन चलाने का अनुभव
रिपोर्ट में यह भी पाया गया है कि अभिभावक बच्चों को 12 से 13 वर्ष की आयु में लैपटॉप और टैबलेट की जगह स्मार्टफोन ज्यादा दिलाते हैं। रिपोर्ट में यह भी पाया गया है कि करीब 72.70 फीसदी अध्यापकों को इससे पहले स्मार्टफोन के इस्तेमाल का एक्सपीरिएंस नहीं था। इनमें से करीब 54.1 फीसदी का मानना है कि स्मार्टफोन के क्लासरूम में इस्तेमाल से ध्यान भटकता है।
6 राज्यों के करीब 60 स्कूल की जानकारी के आधार तैयार की रिपोर्ट
NCPCR ने यह रिपोर्ट देशभर के 6 राज्यों के करीब 60 स्कूल की जानकारी के आधार पर तैयार की है। इसमें 5,811 लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें 3,491 स्कूल जाने वाले बच्चे, 1,534 पेरेंट्स, 786 अध्यापकों ने हिस्सा लिया है।