कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत गंगी में सोमेश्वर महादेव मेले के समापन समारोह में होंगे शामिल
घनसाली से लोकेंद्र जोशी। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कल रविवार को गंगी में एक धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने आ रहे हैं। श्री रावत गंगी में आयोजित सोमेश्वर महादेव मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
कैबिनेट मंत्री रावत साढ़े बारह बजे कोटद्वार से चलेंगे और 12.50 बजे गंगी हैलीपेड पहुंचेंगे। गंगी में सोमेश्वर महादेव मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि प्रतिभाग करने के बाद 2.30 बजे गंगी हैलीपैड से उड़ान भरने के बाद 3 बजे सहस्त्रधारा हैलीपैड पहुंचेंगे।
भाजपा के भिलंगना मण्डल अध्यक्ष सोकीन भंडारी ने बताया कि कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं पूरी भिलंगना घाटी में कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है। विकासखण्ड भिलंगना को पिक्षडा क्षेत्र घोषित होने के साथ सीमांत क्षेत्र घोषित करने की मांग भी जोरों पर है।
जानते हैं गंगी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
आपको बताते चलें की गंगी गाँव भिलंगना विकासखंड टिहरी गढ़वाल का सीमावर्ती गाँव है। जिसका अपना धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व् के साथ व्यापारिक महत्व है। गंगी गांव से खतलिंग ग्लेशियर और भिलंगना नदी का उद्गम सहस्त्र ताल भी स्थित है। साथ ही गंगी गाँव भारत तिब्बत व्यापारिक पौराणिक मार्ग का आबादी वाला अंतिम और सीमावर्ती गाँव है। जो कि व्यापार हेतु फिल्हाल प्रतिबंधित है।
गंगी गाँव विकास की दृष्टि से अभी भी सड़क बिजली, शिक्षा स्वास्थ्य की दृष्टि से दूर है। यद्यपि सरकारी कागजों में यहाँ सड़क और बिजली है और शिक्षा हेतु विद्यालय खुले हैं। लेकिन यह सब हाथी के दांत कहने वाली बात साबित है।
गंगी गांव अपने मुख्य बाजार घुत्तु से मीलों दूर यानी कि लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहाँ के नागरिक अभी अभी अपनी मूलभूत सुविधाओं सड़क हेतु घुत्तु बाजार पर निर्भर है। जबकि घुत्तु बाजार की भिलंग पट्टी भी अपने विकास की बाट जो रही है। गंगी गाँव के चारों ओर मीलों तक सघन वन क्षेत्र होने से यहाँ की विकास योजनाओं पर बन अधिनियम ग्रहण लगा हुआ है और वहाँ के नागरिक आज भी बहुत कष्टकारी जीवन जी रहे हैं।
राजनीतिक दृष्टि से देखें तो, गंगी गाँव वोट देने का खिलौना मात्र सावित हुआ है। गाँव के बुजुर्ग उत्तम सिंह का कहना है कि भीम लाल आर्य के समय एक दो ट्रक सोलर लाइट आने से घरों में बिजली पहुंची है। जो अधिक बारिश होने की बजह से बंद रहती है। लेकिन भीम लाल ने विधायक रहते काम किया है।
गंगी गाँव के आराध्य सोमेश्वर (समोसा देवता) में प्रत्येक वर्ष चार गते असूज को मंदिर के चारों ओर भेड़ बकरियों के साथ परिक्रमा की जाती है। मान्यता है कि, भेड़ बकरियों की परिक्रमा होने से सोमेश्वर देवता प्रसन्न हो कर,पशुधन की सुरक्षा के साथ साथ गाँव में अन धन की वृद्धि के साथ खुशहाली और दीर्घायु का वरदान देते हैं।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सूबे के वन एवं पर्यावरण मंत्री के साथ जनपद के प्रभारी मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत का गंगी गाँव पहुँचने से पूरी भिलंगना घाटी में उत्साह का माहौल है और लोगों की बहुत सी उम्मीदों को पंख लगे हैं।
जिनमे से चार धाम यात्रा पौराणिक यात्रा मार्ग को मोटर मार्ग में तब्दील किया जाना, प्रताप नगर विधान सभा की तरह , घनसाली विधानसभा को भी पिक्षडा क्षेत्र घोषित करवाना व सीमांत क्षेत्र घोषित किए जाने की सिफारिश महत्वपूर्ण है।
किंतु जिला पंचायत सदस्य सीता देवी, क्षेत्र के युवा नेता भजन रावत, नरेश तिवाड़ी, शौकीन भंडारी, गजेंद्र पैन्यूली ने कहा कि डाॅ. हरक सिंह रावत के सोमेश्वर देवता के मेले में शामिल होंगे तो उनके समक्ष क्षेत्र की अन्य मांग भी रखी जाएगी।
क्रमशः—-