जिला प्रशासन के सहयोग से धरातल पर उतर रही हैं केंद्र की योजनाएं- राज्यपाल
नई टिहरी । प्रदेश के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) श्री गुरमीत सिंह ने अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण के आखिरी दिवस में पत्रकारों के साथ वार्ता की। उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि मेरा जनपद टिहरी भ्रमण का उद्देश्य यह जानना था कि देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा जनहित में जो योजनाएं चलायी जा रहीं हैं वो धरातल पर उतर रही हैं अथवा नहीं।
उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा जनपद भ्रमण के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों, महिला मंगलदलों के सदस्यों, एनजीओ के सदस्यों तथा अन्य स्थानीय जनता से प्रत्यक्ष वार्ता की गयी। मुझे यह देखने को मिला कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा चलायी जा रही योजनाएं जनपद टिहरी गढ़वाल में जिला प्रशासन के सहयोग से धरातल पर उतर रही है।
महामहिम ने कहा कि मैं जनपद टिहरी गढ़वाल की महिलाओं की कार्यशैली से विशेष प्रभावित हुआ हूं। यहां की महिलाएं बहुत ही कर्मठ और जुझारू हैं। उन्होंने कहा विभिन्न विभागों के द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी के निरीक्षण के दौरान मैंने देखा कि महिला स्वयं सहायत समूहों द्वारा स्वरोजगार से जुड़कर स्थानीय उत्पादों का उत्पादन कर तथा स्थानीय कच्चे माल से विभिन्न प्रकार की उपयोगी वस्तुओं का निर्माण कर स्वरोजगार के क्षेत्र में एक मिशाल पेश की गयी है।
महामहिम ने कहा कि टिहरी गढ़वाल की महिलाओं के वृक्षा रोपण, नशा उन्मूलन व अन्य सामाजिक कार्यों से भी मैं बहुत प्रभावित हुआ हूँ। उन्होंने कहा कि बालमा ग्राम की युवा प्रधान शीला नेगी की लीडरशीप, कुटठा ग्राम की प्रधान शांति रावत के नशा उन्मूलन कार्यों एवं प्रतापनगर क्षेत्र की प्रधान रूकमणि के सामाजिक कार्यों ने मुझे बहुत ही प्रभावित किया है।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि टिहरी गढ़वाल की महिलाओं के साथ-साथ मुझे यहां के युवाओं में भी जोश देखने को मिला है। कोरोना काल में अन्य प्रदेशों व देशों से वापिस लौटे प्रवासी जनपदवासी युवाओं ने सरकार की विभिन्न स्वरोजगारपरक योजनाओं का लाभ लेकर अपना खुद का व्यवसाय चलाकर प्रवासी उत्तराखण्डियों को यह संदेश दिया है कि अपने घर वापस आओं और समाज का निर्माण करो।
उन्होंने कहा कि टिहरी डैम पावर प्रोजेक्ट को देखकर मुझे लगा कि हमारे इंजीनियर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में कितना बेहतर कार्य कर रहे हैं।
महामहिम ने कहा कि मेरा टिहरी आने का मकसद यह जानना भी था कि जिला प्रशासन द्वारा जनपद में टूरिज्म हेतु क्या प्लान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टिहरी झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। उन्होंने देश-विदेश के पर्यटकों से आह्वान किया है कि वे टिहरी झील एवं टिहरी झील पर निर्मित डोबरा-चांठी पुल को देखने जरूर पहुंचे।
महामहिम द्वारा सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर प्रसन्नता जाहिर की गयी उन्होंने जिला प्रशासन को उनकी बेहतर कार्यशैली के लिए बधाई दी। साथ ही महामहिम ने जिलाधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि महिला स्वयं सहायता समूहों को बेहतर गुणवत्ता युक्त उत्पादों के निर्माण, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग की समय-समय पर ट्रेनिंग अवश्य दिलायी जाय ताकि वह अपने उत्पादों का और बेहतर ढंग से निर्माण कर सकें। साथ ही कहा कि जन जागरूकता कार्यक्रम भी समय-समय पर चलाए जाएं ताकि महिलाएं अवसरों का फायदा ले सकें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, डीएफओ कोकोरोशे, सीएमओ संजय जैन, पीडी डीआरडीए आनन्द सिंह भाकुनी, डीडीओ सुनील कुमार, उपजिलाधिकारी टिहरी अपूर्वा सिंह आदि उपस्थित थे।