राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर “Who is not afraid of media” विषय पर हुई गोष्ठी
नई टिहरी। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय नई टिहरी में Who is not afraid of media” (जो मीडिया से नहीं डरता) विषय पर जोरदार चर्चा हुई।
जिला सूचना कार्यालय सभागार में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब के अध्यक्ष गंगा प्रसाद थपलियाल ने पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर सवाल करते हुए कहा कि आखिर क्यों कोई मीडिया से नहीं डरता है।
कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना है पल पल की घटना की खबरें तत्काल सोशल मीडिया में चलने लगती हैं। ऐसे में ख़बरों को जांचने, परखने और दूसरे पक्ष का वर्जन लेने तक का समय ही कहां मिलता। इसलिए खबरों को कट पेस्ट कर जितनी जल्दी हो पोस्ट करने की होड़ रहती है। ऐसे में कोई क्यों मीडिया से क्यों डरेगा।
वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र दुमोगा ने भी विभिन्न आंदोलनों में मीडिया की भूमिका पर लंबी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज मिशनरी पत्रकारिता नहीं रह गई है। कहा कि पत्रकारिता में आज जो गिरावट आ रही है उसी का कारण है कि लोग मीडिया से नहीं डरते हैं। इसलिए नई पीढ़ी को इस फील्ड में विश्वसनीयता को कायम रखना है।
वरिष्ट पत्रकार विक्रम बिष्ट ने कहा पत्रकारिता अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। कहा कि सत्य और तथ्य पत्रकारिता की पहली और अंतिम क्वालिटी होनी चाहिए। उन्होंने आजादी के आंदोलन से लेकर अब तक मीडिया की भूमिका पर जोरदार चर्चा की। कहा कि खबर प्रभाव के लिए नहीं बल्कि जानकारी के लिए होती है। बिष्ट ने कहा कि निष्पक्षता के साथ खबरें पाठकों को मिले इस मनसा से कम से कम नई पीढ़ी को तो लगातार काम करना होगा। क्योंकि एक सच्चे पत्रकार की पूंजी उसकी विश्वसनीयता होती है जिसे कायम रखने की जरूरत है।
विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रभारी जिला सूचना अधिकारी श्री निर्मल शाह ने कहा कि पत्रकारिता ने समाज में सजग प्रहरी की भूमिका निभाई है। आज यह कार्य बेहद जोखिम भरा हो गया है, लेकिन पत्रकार जगत ही इन खतरों से निपटने में सक्षम है।
श्री शाह ने सभी प्रेस प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में प्रेस क्लब महासचिव अनुराग उनियाल, शशिभूषण भट्ट, रघुभाई जड़धारी आदि ने कहा कि भारतीय प्रेस परिषद के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गोल्डन जुबली वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। कहा कि चारों ओर बढ़ रहे खतरे के कारण पत्रकारिता चुनौतीपूर्ण व जोखिम भरा पेशा हो गया है, लेकिन इन सबके बावजूद भी पत्रकारों ने जन सरोकारों की पत्रकारिता को जीवित रखा है आगे भी इसे बरकरार रखने की अपील की।
गोष्ठी में प्रेस क्लब अध्यक्ष गंगा थपलियाल, महासचिव अनुराग उनियाल, जर्नलिस्ट यूनियन के जिलाध्यक्ष गोविंद पुंडीर, महासचिव रोशन थपलियाल, शशि भूषण भट्ट, रघुभाई जड़धारी, विक्रम बिष्ट, प्रदीप डबराल, मुनेंद्र नेगी, संदीप बेलवाल, विजय दास, मुकेश रतूडी, धनपाल गुनसोला, मधुसूदन बहुगुणा, सूर्य रमोला, प्रमोद चमोली, सुभाष राणा, अब्बल रमोला, एडीआइओ कु0 जानकी देवी आदि मौजूद थे।