शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन को योग जरूरी : कुलपति डॉ० ध्यानी

• विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में योग विषय अनिवार्य हो ।
• सभी विश्वविद्यालयों में अलग से खुले योग विभाग, रोजगार सृजन की अपार सम्भावनायें
देहरादून। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आज अपने परिसर में “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० पी० पी० ध्यानी ने कहा कि आज का दिन हम भारतवासियों के लिए अत्यंत ही गर्व का दिन है, क्योंकि हमारे देश की योग विद्या, जो 5000 वर्षों से भी पुरानी है, को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में पूरा विश्व मना रहा है। उन्होंने कहा कि
शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक संतुलन बनाये रखने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में योग को सम्मिलित कर योगाभ्यास करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय आध्यात्म एवं दर्शन में योग के प्रथम गुरु भगवान शिव को माना गया है और प्रथम योग गुरु शिव की योग विद्या का सप्तऋषियों ने योगिक तरीके से दीर्घ जीवन जीने की इस संस्कृति व परंपरा से जनमानस को जागरूक किया। प्राचीन भारतीय योग विद्या से पुरी दुनिया को जागृत कराने में कई महान हस्तियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस अवसर पर डॉ० ध्यानी ने बताया कि कि स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में पश्चिमी देशों में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व कर भारतीय पुरातन योग विद्या की अलख जगाई।
डॉ ध्यानी ने कहा कि हमारे जनप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारतीय प्राचीन योग विद्या को वैश्विक मान्यता दिलाने में महत्ती भूमिका निभाई है।
डॉ० ध्यानी ने कहा कि वर्तमान में योग की महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में सम्मिलित करते हुए अलग से योग विभाग खोले जाने चाहिए जिससे रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं बढ़ेंगी, जनमानस अपने स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन यापन करने हेतु योग अभ्यास को अपनी दिनचर्या में सम्मिलित करें।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव ई० आर० पी० गुप्ता ने भी अपने संबोधन में कहा कि हम सभी को स्वस्थ जीवन जीने हेतु अपनी दिनचर्या में योग को अपनाना चाहिए और जनमानस को भी योगाभ्यास किये जाने हेतु प्रेरित करना चाहिए।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के एम.फार्मा विभाग की शिक्षिका अनुजा पाण्डे द्वारा किया गया। योग कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव ई० आर०पी०गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ० पी०के० अरोड़ा, डॉ० विशाल रमोला, डा० डी०एस० गंगवार एवं परीक्षा समन्वयक सुनील कुमार विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारीगण एवं शिक्षकगणों ने प्रतिभाग किया।