मरते दम तक श्राइन बोर्ड का होगा विरोध: कोटियाल
न्यायालय जाने की दी चेतावनी
नई टिहरी * गढ़निनाद ब्यूरो, 12 दिसंबर 2019
तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने श्राइन बोर्ड विधेयक पारित होने पर कड़ी नाराज़गी जताते कहा कि सरकार तत्काल इस प्रस्ताव को वापस ले। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस प्रस्ताव को वापस नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन होगा । कोटियाल ने प्रस्ताव वापस नहीं लेने पर न्यायालय जाने की चेतावनी दी। कहा कि मरते दम तक श्राइन बोर्ड का विरोध किया जाएगा।
कोटियाल ने कहा कि चारधाम के कपाट खुलने पर विरोध स्वरूप दुकानदार, घोड़े खच्चर वाले, डोली वाले, छोटे मोटे व्यवसाय करने वाले सब लोग अपने व्यवसाय बन्द रखेंगे। देवडोलियां भी नहीं उठेंगी। कहा कि सरकार सत्ता के मद में चूर है। इसका ख़ामियाज़ा उसे 2022 के चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने चारधाम के पुजारियों, हकहकूधारियों व तीर्थ पुरोहितों से राय मशविरा एवं सुझाव लिए बिना ही अनादिकाल से चली आ रही परम्पराओं के साथ छेड़छाड़ की है जिसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। कहा कि सरकार की हठधर्मिता के चलते केदारनाथ व आसपास के मंदिरों में अनादिकाल से चली आ रही पूजा पद्धति,परम्पराएं भी बदल जाएंगी जो धर्म विरुद्ध होगा।
उन्होंने सरकार से तत्काल श्राइन बोर्ड गठन को रदद् कर चारों धामों में यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।
बताते चलें कि चारधाम सहित 51 मन्दिरों को श्राइन बोर्ड के अधीन करने के निर्णय और विधानसभा में विधेयक पारित होने से पूरे उत्तराखंड में तीर्थ पुरोहितों, हक हकूधारियों में भारी आक्रोश है। परिवारों के साथ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।