साढ़े चार सालों में बैंक को हुआ 9 करोड़ का शुध लाभ, एनपीए में रहा प्रथम- सुभाष रमोला
एसबीआई के बाद जिला सहकारी बैंक सर्वाधिक लाभ कमाने वाला बैंक बना
टिहरी गढ़वाल 28 जुलाई 2023। जिला सहकारी बैंक को वर्ष 2018 में 1 करोड़ 62 लाख का शुध लाभ हुआ था जो अब वर्ष 2023 मे बढकर नौ करोड़ हो गया ह। बैंक ने एनपीए वसूली में भी टिहरी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है । साथ ही 2018 में जो एनपीए 12 प्रतिशत था इसे घटाकर 6 प्रतिशत पर लाने में कामयाबी हासिल की है। अर्थात टिहरी में एसबीआई के बाद जिला सहकारी बैंक सर्वाधिक लाभ कमाने वाला बैंक बना है। बैंक ने राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत करीब 16 करोड़ का ऋण बांटा है।
इस बात की जानकारी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सुभाष रमोला ने एक पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि जब मैं 2018 में अध्यक्ष बना तो उस समय एनपीए 12 प्रतिशत था जो आज 6 प्रतिशत रह गया है, हमें पूरा विश्वास है कि इसे हम 5 प्रतिशत तक ला पाएंगे। कहा कि बैंक ने साढ़े 4 साल में 591 करोड़ रुपये का ऋण बांटा और इन्ही साढ़े चार सालों मे बैंक को 9 करोड रुपये का शुध लाभ हुआ है।
अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ वर्षों में तीन हजार चार सौ पांच ऐसे काश्तकार हैं, जिन्होंने बैंक और समितियों के माध्यम से ऋण लिया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गयी। इसके लिए सरकार ने ओटीएस स्कीम लागू की है जिसके तहत ब्याज को माफ कर केवल मूलधन की वसूली की जाएगी। बताया कि ऐसे लोगों पर बैंक का
लगभग 5 करोड़ से अधिक का ऋण था जिसका ब्याज 3 करोड़ 19 लाख बनता था। इस ओटीएस स्कीम के तहत अभी तक 388 मृतकों के परिजनों ने ओटीएस स्कीम में आवेदन किया है। बताया की ब्याज का 60 प्रतिशत बैंक और 40 प्रतिशत समितियां वहन करेंगी।
रमोला ने बताया कि जनपद में बैंक की 40 शाखाएं हैं कुछ और नयी शाखाएं भी प्रस्तावित हैं। होम स्टे में भी बैंक अग्रणी है। बैंक ने 266 करोड़ का लोन बांटा जिससे 44000 लोग लाभान्वित हुए। हमने न्याय पंचायत स्तर पर लोन मेले आयोजित किए ताकि अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
पत्रकार वार्ता के दौरान बैंक के सचिव/महाप्रबंधक संजय रावत, उपाध्यक्ष विनोद रावत, निदेशक नरेश नेगी, जयप्रकाश चंद, सतपाल कलूड़ा, टीकाराम, गोविंद सिंह, डीजीएम बलवीर पुंडीर,, संजीव कुमार, यशवंत भंडारी,नारायणी सिंह आदि मौजूद रहे।