पीएमश्री विद्यालय अभिमुखीकरण कार्यशाला का समापन: गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और कौशल विकास पर जोर
टिहरी गढ़वाल, 24 मई 2024। डायट टिहरी में आयोजित तीन दिवसीय जनपद के पी.एम.श्री. विद्यालय प्रधानाचार्य/अध्यापकों हेतु अभिमुखीकरण कार्यशाला का समापन हुआ। भारत सरकार की योजना के तहत देश भर में 14500 पी.एम.श्री. विद्यालयों की स्थापना की जाएगी, जिसमें पहले चरण में 6207 विद्यालयों की पहचान की गई है। उत्तराखंड में 225 विद्यालयों का चयन किया गया है।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य शिक्षा अधिकारी टिहरी, श्री एस.पी. सेमवाल ने किया, जिन्होंने बताया कि जनपद टिहरी में वर्तमान में 18 पी.एम.श्री. विद्यालय चयनित हैं। इन विद्यालयों का उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और 21वीं सदी के प्रमुख कौशलों को विकसित करना है। ये विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति की कार्यान्वयन को प्रदर्शित कर आदर्श विद्यालयों के उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होंगे। इन विद्यालयों के भौतिक तथा अकादमिक संसाधनों के विकास के लिए भारत सरकार द्वारा अलग से वित्तीय व्यवस्था की जायेगी।
कार्याशाला में पी.एम.श्री. का परिचय एवं उद्देश्य, पी.एम.श्री. विद्यालय कार्ययोजना, मानसिक स्वास्थ्य, NEP 2020 एवं पी.एम.श्री. विद्यालय, डिजिटल शिक्षा, विद्यालय नेतृत्व एवं विकास, स्व-रक्षा, व्यावसायिक शिक्षा तथा वित्तीय प्रबन्धन आदि संबोधों पर संस्थाध्यक्षों को विस्तृत जानकारी दी गई।
इस कार्याशाला के संदर्भदाता के रूप में कार्यक्रम समन्वयक श्री दीपक रतूडी, श्री सुमरे सिंह कैन्तुरा खण्ड शिक्षा अधिकारी मिलंगना, श्री नरेश हल्दियानी खण्ड शिक्षा अधिकारी चम्बा, श्री हिमांशु श्रीवास्तव खण्ड शिक्षा अधिकारी थोलधार, श्री भास्कर बेवनी, खण्ड शिक्षा अधिकारी देवप्रयाग, श्रीमती अनिता रावत, समन्वयक समग्र शिक्षा, श्री सुशील डोमाल तथा डॉ. वीर सिंह रावत द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर संस्थान के प्राचार्य श्रीमती हेमलता भट्ट द्वारा संस्थाध्यक्षों को पी.एम.श्री. विद्यालय के उद्देश्य को विद्यालय स्तर तक पहुंचाने के निर्देश दिये। प्राचार्य द्वारा यह भी बताया गया कि अपने-अपने विद्यालयों के भौतिक तथा अकादमिक वातावरण को ऐसा आकर्षक बनाने का प्रयास करें जिससे जनपद के अन्य विद्यालय भी आपका अनुसरण करें।
समापन अवसर पर रा.इ.कॉ. पौखाल में कार्यरत श्री विक्रम सिंह नेगी ने गढवाली भाषा में स्वलिखित चलार तथा रैबार पुस्तक को संस्थान के प्राचार्य को भेंट स्वरूप प्रदान की। इस अवसर पर नरेश चन्द कुमाई, राजेन्द्र बडोनी, डॉ. सुमन नेगी. डॉ. मनवीर नेगी. श्री अनिल सकलानी, श्री चतुर लाल सुमन, श्री विजय सिंह रावत, श्री विजय चन्द रमोला आदि उपस्थित रहे।