डॉ० प्रतापसिंह बिष्ट बने फैकल्टी मेंटर, महाविद्यालय में उद्यमिता विकास को देगें गति
टिहरी गढ़वाल 21जुलाई 2024। उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड के अधीन देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 6 दिवसीय भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद (गुजरात) में दिनाँक 14 जुलाई 2024 से 19 जुलाई 2014 तक आयोजित विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों से प्रतिभागी फैकल्टी मेंटर डेवपलपमेंट प्रोग्राम के प्रशिक्षण में राजकीय महाविद्यालय चन्द्रबदनी (नैखरी) टिहरी गढ़वाल से समाजशास्त्र के बरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ० प्रतापसिंह बिष्ट ने सफलतापूर्वक प्रतिभाग किया।
डॉ० प्रतापसिंह बिष्ट ने अवगत कराया की प्रशिक्षण में छात्र और छात्राओं को केन्द्र बिन्दु में रखकर चरणबद्ध तरीके से छात्रों के बीच उद्यमिता की मानसिकता विकसित करने का लक्ष्य और उदेश्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० महन्थ मौर्य के दिशानिर्देशन में निश्चित किया जायेगा जो देवभूमि उद्यमिता योजना के अनुरूप होगा। प्रशिक्षणशाला का उदेश्य राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता के लिये अनुकूल वातावरण बनाने हेतु संकाय सदस्यों को कौशल से लैस किया जायेगा ।
भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद (गुजरात) में आयोजित प्रशिक्षणकाल में स्टार्टअप अवसरों की पहचान जैसे उद्यमिता के विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया, साइकोमैट्रिक टेस्ट, मेंटरिंग और डीयूवायी पोर्टल पर चर्चा आदि पहलुओं पर भारतीय उद्यमिता संस्थान के अहमदाबाद (गुजरात) महानिदेशक प्रो० सुनील शुक्ला एवं परियोजना अधिकारी डॉ० अमित कुमार द्विवेदी, डॉ० अभिषेक नन्दन की उपस्थिति एवं निर्देशन में किया गया।
डॉ० प्रतापसिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षणशाला का मुख्य उदेश्य रोजगार के घटते अवसरों में किस प्रकार स्वरोजगार, कौशल विकास, स्टार्टअप के माध्यम से न केवल रोजगार प्राप्त करें बल्कि अन्य उद्यमियों को भी रोजगार हेतु प्रेरित करेगें। देवभूमि उद्यमिता योजना के 20 सूत्री कार्यक्रम में महाविद्यालयों में उद्यमिता क्लबों की स्थापना करना एवं आस-पास (नैखरी, जामणीखाल, रौड़धार, अजंनीसैंण, पौडीखाल, गौमुख, रणसोलीधार, हिण्डोलाखाल आदि कस्बों में उद्यमियों से सम्पर्क करना भी सम्मिलित है जिनसे अवसर निकालकर छात्र-छात्राओं को स्थानीय उद्यमियों के अनुभवों को साझा करवाना है।