उत्तराखण्ड़ राज्य अनेकों प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है: विनोद सुयाल
टिहरी गढ़वाल 4 जुलाई 2024। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में मानसून सीजन आफत की तरह आता है। इस दौरान भूस्खलन और चट्टानों के दरकने की खबरें आती रहती हैं। उत्तराखंड के लोगों ने आपदा के इतने भयावह दंश झेले हैं जिसे यादकर आज भी सिहर जाते हैं।
सुयाल ने यह बात भाजपा जिला कार्यालय नयी टिहरी में एक पत्रकार वार्ता में कही । उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड़ राज्य अनेकों आपदाओं के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है जिनमें भूकम्प, भूस्खलन, बाढ़, त्वरित बाढ़, अतिवृष्टि, अनावृष्टि व बादल फटना प्रमुख है। क्षेत्र में घटित कोई भी बडी आपदा वर्षो की मेहनत से विकसित अवसंरचना सुविधओं को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ विकास की गति को बाधित करने का काम करती है।
श्री विनोद सुयाल कहा कि घनसाली विधानसभा के तोल, तीनगढ़, थाती, बूढ़ाकेदार, और केदारनाथ के विभिन्न भागों की घटना अत्यंत दुखदाई है। इस पीड़ा की घड़ी में हमारी सरकार सभी परिवारों के साथ खड़ी हुई है और उनकी उचित व्यवस्था निरंतर की जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पीड़ितों के बीच में पहुंचकर उनको दिलासा दिया कि सरकार आपके लिए हर स्तर पर आपकी मदद के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे और टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित को राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चलाने के निर्देश दिए। टिहरी गढ़वाल सांसद ने टिहरी डीएम को आपदाग्रस्त क्षेत्र के संवेदनशील गांवों को तत्काल चिन्हित करके प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने को कहा। प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रभावित क्षेत्र का अधिकारियों के साथ दौरा कर वास्तविक स्थिति की भी जानकारी ली।
श्री विनोद सुयाल बताया कि घनसाली विधानसभा के तोली गांव में हूई।2 जनहानि के लिए सरकार द्वारा 9.35 लाख की धनराशि दी गयी है। तिनगढ गांव के 72 परिवार पूर्ण रूप से प्रभावित हुए जिनको की विनयखाल राहत शिविर मे रखा गया है। और प्रत्येक पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मदद के रूप में 1.40 लाख के चेक आवंटित किए गए हैं। इस आपदा में तिनगठ गांव भी पूरी तरह से प्रभावित हुआ है उनके विस्थापन हेतु भिगुन वनवागी में 50 नाली को चयन किया गया है। बूढ़ा केदार में नदी के पानी को दो पोकलैंड मशीनों से चैनेलाइज किया जा रहा है और सड़कों के पुर्ननिर्माण कार्य प्रगति पर है। नाॅताड, जखनपाली के सभी लोगों को स्कूल में बनाए गए राहत शिविरों में रखा गया है सभी परिवारों को सहायता के रूप में 5000 दिए जा चुके हैं। तीन मृतक परिवारों को 12 लख रुपए भी दिए गए हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि सभी को राहत मिल सके।
श्री विनोद सुयाल ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि स्थानीय लोगों के साथ मवेशियों एवं अन्य पालतू पशुओं को भी सुरक्षित जगह रखने की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि आपदा से प्रभावित क्षेत्र के लिए लगाए गए राहत कैंपों में बिजली, पेयजल, भोजन, वस्त्र की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित करवाई जाए। इसके साथ ही, प्रभावितों को राहत राशि तत्काल जारी करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
श्री विनोद सुयाल ने बताया कि केदारनाथ मार्ग में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है।
प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, प्रदेश कार्यकरणी के सदस्य विनोद रतूड़ी, दरमियान सिंह कंडारी, देवेंद्र बेलवाल, मीडिया प्रभारी डाक्टर प्रमोद उनियाल, जिला महामंत्री उदय रावत, मस्ता सिंह नेगी, शीशराम थपलियाल, विजय कठेथ, दिनेश डोभाल, उर्मिला राणा, राम लाल नौटियाल, जयेंद्र पंवार, गोपी राम चमोली, लक्ष्मी रावत, प्रभु लाल सकलानी, संदीप रावत, वीरेंद्र सेमवाल, नीरज खत्री, हीरा नेगी, तौफिक अहमद, विनीत उनियाल, अनिल नौटियाल, आदी उपस्थित रहे।