मेडिकल कॉलेज स्थापना को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक
टिहरी गढ़वाल, 21 अक्टूबर 2024 । टिहरी जिले के ईणीया में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड के माननीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने की। इस अवसर पर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, टीएचडीसी के वरिष्ठ अधिकारी, जिलाधिकारी और चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
उप जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल द्वारा अवगत कराया गया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना हेतु भूमि का चयन किये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया, जिसमें अन्य अधिकारियों के साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग के उप निदेशक तथा सहायक अभियन्ता भी नामित हैं। उक्त समिति द्वारा जनपद टिहरी के भागीरथीपुरम के ग्राम ईणीया में उपलब्ध 100 एकड़ भूमि को मेडिकल कॉलेज हेतु उपयुक्त पाया गया। उक्त 100 एकड़ भूमि में से कुछ भूमि अन्य राजकीय विभागों के नाम दर्ज है, को चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तान्तरण किये जाने की कार्यवाही जिला प्रशासन द्वारा कर जी जायेगी। मेडिकल कॉलेज हेतु चयनित भूमि के अभिलेख एवं अन्य प्रपत्र टी०एच०डी०सी० इण्डिया लि० के अधिकारियों को उपलब्ध करवा दिये गये है तथा अन्य अभिलेखों की आवश्यकता होने पर जिला प्रशासन स्तर से टी०एच०डी०सी० के अधिकारियों को उपलब्ध करावा दिये जायेंगे।
टीएचडीसी को मेडिकल कॉलेज के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। टीएचडीसी डीपीआर तैयार करने के साथ-साथ राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के मानकों के तहत निर्माण कार्य करेगा। कॉलेज के संचालन के लिए स्वायत्त प्रणाली या सोसाइटी मॉडल अपनाया जाएगा।
विधायक किशोर उपाध्याय ने गढ़ निनाद को बताया कि इस कॉलेज की स्थापना से न केवल टिहरी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा, बल्कि युवाओं को रोजगार और क्षेत्र के समग्र विकास को भी बल मिलेगा। माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने टीएचडीसी और जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।
विधायक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण हेतु राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एन०एम०सी०) के नवीन मानक जो कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है, को आवश्यकता होने पर चिकित्सा शिक्षा निदेशालय द्वारा टी०एच०डी०सी० को उपलब्ध करा दिये जायेंगे। बैठक में यह भी मत स्थिर हुआ कि उक्त मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य हेतु डी०पी०आर० का गठन, प्रस्ताव आदि कार्यो को टी०एच०डी०सी० इण्डिया लि० के स्तर से किया जायेगा एवं उक्त जमीन पर निर्माण का कार्य भी टी०एच०डी०सी० द्वारा स्वयं किया जायेगा।