तीसरा विकल्प या सत्ता में हिस्सेदारी (छह)
विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद समाचार* 24 जनवरी 2021
नई टिहरी।
अस्थाई तौर पर कुछ परिस्थितियों में छूट दी जा सकती है। यथा नई टिहरी में शुल्क मुक्त पेयजल एवं विस्थापितों को सस्ती बिजली। ग्रामीण विस्थापितों को सस्ती 15 रुपए मासिक पर प्रति परिवार एक बिजली संयोजन देने की हनुमंत राव समिति ने सिफारिश की थी।
बांध विस्थापितों को पेयजल कर माफी की मांग नागरिक मंच आदि समूह काफी समय से करते आ रहे हैं। एकता मंच ने सड़कों पर उतरकर इसको आक्रामक आंदोलन का स्वरूप दिया है। प्रदेश सरकार ने भी कई किंतु परंतुओं के साथ विस्थापितों को राहत देने का निर्णय लिया है। एकता मंच के संयोजक आकाश कृशाली स्वयं इसे समस्या का स्थाई समाधान नहीं मानते हैं। उनके विचार से स्थाई रोज़गार ही समस्याओं का स्थाई समाधान हो सकता है।
लेकिन 20 सालों में जो अवसरवादी राजनीति अपने द्वारा पैदा की गई स्थाई राजधानी और मूल निवास के मसलों को नहीं सुलझा पायी वह इसका समाधान क्या कर पाएगी! तीसरे विकल्प की दावेदारी करने वालों के पास इसका कौन सा वैकल्पिक मॉडल है, बताएं तो जरा।…जारी