चारधाम यात्रा से प्रतिबंध हटाने और मंदिर में दर्शनों की अनुमति को लेकर मौनी बाबा का अनशन शुरू, आंदोलन जारी
गढ़ निनाद ब्यूरो
बद्रीनाथ। बद्रीश संघर्ष समिति के बैनर तले बदरीनाथ धाम में ढाई महीने से चारधाम यात्रा खोलने की मांग को लेकर जारी आंदोलन तेज हो गया है। क्रमिक अनशन के 12वें दिन मौनी बाबा ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।
इससे पूर्व आंदोलनकारी हक-हकूकधारियों और पंडा समाज के लोगों ने बद्रीनाथ धाम में जुलूस प्रदर्शन कर चारधाम यात्रा से प्रतिबंध हटाने और मंदिर में स्थानीय लोगों को दर्शनों की अनुमति देने की मांग की तथा नगर क्षेत्र में जुलूस प्रदर्शन किया।
जुलूस के साकेत तिराहा स्थित धरना स्थल पर पहुंचने के बाद आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे संत धर्मराज भारती मौनी बाबा ने अपने एक दिन पूर्व के निर्णय के अनुसार आमरण अनशन की शुरुआत की। वहीं कुछ अन्य लोगों ने 12वें दिन भी क्रमिक अनशन जारी रखा।
इस मौके पर मौनी बाबा ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्णय के बावजूद प्रदेश सरकार विशेषाधिकार के तहत स्थानीय लोगों को भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों की अनुमति दे सकती है। कहा कि सरकार के निर्णय के दिन तक वह अनशन जारी रखेंगे। मौनी बाबा ने धरना स्थल पर अनशन की घोषणा के बाद नीलकंठ मार्ग स्थित अपने आश्रम में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। आंदोलनकारियों का कहना है कि चारधाम यात्रा पर रोक के कारण स्थानीय लोगों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। दो यात्रा सीजन से उनकी आमदनी ठप है। सरकार द्वारा अभी तक उन्हें कोई राहत भी नहीं दी गई है।
आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक सरकार चारधाम यात्रा के बारे में सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तब तक बदरीनाथ धाम में आंदोलन जारी रखा जाएगा।
जुलूस में संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष बलदेव मेहता, मनदीप भंडारी, अशोक टोडरिया, भूपेंद्र शर्मा, काशी पालीवाल, जगजीत मेहता, सागर डाडी, विनोद बिष्ट, सुबोध मेरठवाल, आलोक मेहता, अखिल पंवार, धर्मेंद्र नैथानी, मदनलाल डंगवाल, नवीन भिलंगवाल, किशन पंडवाल आदि शामिल रहे।