‘श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा’ महान संस्कार सिखाने वाली कथा है- आचार्य महामाया प्रसाद
चंडीगढ़ 6 अक्टूबर। श्रीमद्भागवत महापुराण कथा केवल मनोरंजन का मात्र का साधन नहीं है, अपितु मनुष्य के अंदर संस्कारों का प्रवेश कराने व संस्कार सिखाने वाली है।
यह बात आचार्य पंडित प्रेम प्रकाश भट्ट जी की अध्यक्षता में चल रही श्रीमद् भागवत कथा तिकोना पार्क सेक्टर-38 वेस्ट चंडीगढ़ में प्रवचन करते हुए व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य महामाया प्रसाद ने कही।
आचार्य महामाया प्रसाद ने श्राद्ध पक्ष के अवसर पर सेक्टर-38 वेस्ट,तिकोना पार्क में आयोजित दिव्य भागवत कथा श्रवण कराते हुए कहा कि आज हमारी युवा पीढ़ी सनातन धर्म के संस्कारों से कोसों कोस दूर होती जा रही है। आज के समाज को संस्कारों के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण कथा की परम आवश्यकता है। आज के युवाओं को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की मर्यादाओं को और योगीराज भगवान श्री कृष्ण के महान संस्कारों को याद करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को संस्कार दीजिए तभी हिन्दू राष्ट्र विश्व गुरु बनेगा।