श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में हरेला पर वृहद वृक्षारोपण
ऋषिकेश परिसर में हरेला का आयोजन
टिहरी गढ़वाल 16 जुलाई। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय मुख्यालय बादशाहीथौल में सावन का स्वागत हरेला के साथ किया गया। विश्वविद्यालय के मा0 कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी के निर्देशन में विश्वविद्यालय मुख्यालय में फलदार पौधों का रोपण किया गया।
प्रो0 जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय मुख्यालय व परिसर में अधिक संख्या में फलदार पौधों को रोपा जायेगा, ताकि आने वाले समय में छाया के साथ-साथ फलों का भी उत्पादन हो सकेगा। अपने संदेश में प्रो0 जोशी ने कहा कि प्रदेश की स्थानीय नदियों के संरक्षण व हिमालय बचाने के लिए हिमालयी क्षेत्र में आसानी से उगने वाली प्रजातियों के पौधों का रोपण किया जाना अति आवश्यक है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री दिनेश चन्द्रा ने कार्मिकों को दिये गये अपने संदेश में कहा कि विश्वविद्यालय के सभी कार्मिकों को पर्यावरण के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए तथा वर्तमान परिस्थितियों देखते हुए हम सभी को पौधा रोपण करते रहना चाहिए। परीक्षा नियंत्रक प्रो0 सी0एस0 नेगी ने कहा कि सभी कार्मिकों को अपने आसपास के पर्यावरण के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए। सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅ0 हेमन्त बिष्ट ने कहा कि हिमालयी क्षेत्र में उगने वाली प्रत्येक प्रजाति के पेड़-पौधे व फसलें पारिस्थितिक संतुलन के लिए अत्यन्त आवश्यक है, उन्होने कहा कि प्रत्येक कार्मिक अपने सेवाकाल में 100 पौधे लगाये व उनका संरक्षण का कार्य करे, जिससे परिसर को हरा-भरा बनाया जा सके।
इस अवसर पर फलदार प्रजातियों में मोलू, चूलू, संतरा, काफल, नींबू आदि के पौधों का रोपण किया गया। विश्वविद्यालय में वृक्षारोपण के इस अवसर पर सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅ0 बी0एल0आर्य, प्र0 निजी सचिव कुलपति श्री वरूण डोभाल, श्री कुशला उनियाल, श्री पंचवीर नेगी, विरेन्द्र नेगी, श्री मनोज कुमार, श्री राहुल सजवाण, श्री मुकेश बिष्ट, श्री विनोद पाण्डे, सहित बड़ी संख्या में कार्मिक उपस्थित रहे। वृक्षारोपण के पश्चात् मिष्ठान वितरण कार्यक्रम किया गया।
प्रकृति संरक्षण का संदेश देता उत्तराखंड का ‘हरेला’ पर्व
वहीं पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में भी हरेला पर्व के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं नमामि गंगे प्रकोष्ठ द्वारा “एक पेड़ मां के नाम” थीम के साथ वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
परिसर के निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत ने हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाने का संदेश देता है और जैव विविधता से जुड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मेंदोला ने स्वयंसेवकों को पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जागरूक किया। रजिस्टर दिनेश चंद्र ने हरेला पर्व को पहाड़ के लोक विज्ञान से जुड़ा बताते हुए इसके सतत विकास के संदेश को रेखांकित किया।
इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति खंडूरी, डॉ. पारुल मिश्रा, प्रो. वाई.के. शर्मा, प्रो. दिनेश शर्मा, प्रो. संगीता मिश्रा, प्रो. नीता जोशी सहित कई अन्य प्राध्यापक और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।