टीएचडीसीआईएल को हेल्थकेयर इनोवेशन अवार्ड-2025 से किया सम्मानित

दूर दराज के गांवों तक पहुंचाई स्वास्थ्य सेवा
टिहरी गढ़वाल 01 मार्च 2025। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के लिए हेल्थकेयर इनोवेशन अवार्ड-2025 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार देहरादून में आयोजित उत्तराखंड हेल्थकेयर इनोवेशन समिट और अवार्ड्स-2025 के दौरान प्रदान किया गया, जिसके माध्यम से राज्य के दूरदराज के पहाड़ी और परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में सुधार के लिए टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता को मान्यता दी गई।

समारोह के उद्घाटन सत्र को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के विकास, नवाचार को बढ़ावा देने और सभी नागरिकों को गुणवत्तायुक्त और सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। इस अवसर पर उत्तराखंड के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राज शेखर जोशी और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की अपर सचिव अनुराधा पाल भी उपस्थित रहीं।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.के. विश्नोई ने इस उपलब्धि पर संगठन के सभी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि कंपनी ने हमेशा देश के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, विशेष रूप से उत्तराखंड राज्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए। टीएचडीसी सेवा के माध्यम से कंपनी निरंतर वंचित क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि मेडिकल डिस्पेंसरी, मल्टी-स्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविर, टेलीमेडिसिन केंद्र और बुनियादी ढांचे के सहयोग जैसी पहलों ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी ढंग से मजबूत किया है।
निदेशक (कार्मिक) शैलेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य सेवा के विस्तार में कंपनी के सतत प्रयासों पर जोर दिया। टीएचडीसीआईएल की सीएसआर पहल सामुदायिक कल्याण, निवारक स्वास्थ्य सेवाओं और जरूरतमंद आबादी के लिए चिकित्सा सहायता पर केंद्रित है। एलोपैथिक और होम्योपैथिक डिस्पेंसरी, टेलीमेडिसिन परियोजना, मोतियाबिंद सर्जरी और मोबाइल हेल्थ वैन शिविर जैसी योजनाएं उत्तराखंड के लोगों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल स्थानीय प्रशासन और चिकित्सा संस्थानों के साथ साझेदारी को और मजबूत करेगा, ताकि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं अधिक सुलभ बनाई जा सकें।
टीएचडीसी निरामया पहल के तहत टीएचडीसीआईएल ने व्यापक स्वास्थ्य योजनाओं को लागू किया है। टिहरी के दीनगांव में संचालित एलोपैथिक डिस्पेंसरी 40 गांवों के लगभग 15,000 लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रही है, जबकि होम्योपैथिक डिस्पेंसरी ने अब तक 8 लाख से अधिक ओपीडी सेवाएं प्रदान की हैं। इसके अलावा, टेलीमेडिसिन परियोजना के तहत टिहरी के 200 ग्राम सभाओं में 40 केंद्र स्थापित किए गए हैं।
एम्स ऋषिकेश, सीमा डेंटल कॉलेज और रोटरी इंटरनेशनल जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों के सहयोग से 200 से अधिक चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए, जिनसे 34,287 लोग लाभान्वित हुए और 2,127 मोतियाबिंद रोगियों की आंखों की रोशनी बहाल हुई। स्वास्थ्य पेशेवरों की कमी को दूर करने के लिए एमआरआई इकाइयों, एम्बुलेंस, पीआरपी मशीनों, स्त्री रोग चेयर्स, जीएनएम और एएनएम प्रशिक्षण कार्यक्रमों सहित अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण और सुविधाएं प्रदान की गई हैं।