देश विदेश के राजा-महाराजाओं का लगा जमघट
शिव धनुष तोडने को कई राजाओं ने अजमाया जोर
कुलबीर बिष्ट।
पीपलकोटी* 28 जनवरी 2021। पीपलकोटी सेमलडाला में श्री केदार बद्री मानव श्रम समिति रूद्रप्रयाग के तत्वाधान में पतंजलि महिला रामलीला के दूसरे दिवस में सीता स्वंम्बर, परशुराम-लक्ष्मण संवाद, वाणासुर-रावण संवाद आकर्षक का केन्द्र रहा। रामलीला मंचन का आनन्द उठाने हेतु पूरे बण्ड क्षेत्र के अलावा दूर-दूर से राम भक्त देर सायं तक बैठने पर मजूबर हुए।
प्रथम दृश्य में सीता द्वारा सुयोग्य वर चाहने हेतु माॅ गौरी की आराधना की गई। तथा इसी दृश्य मंे पुष्पवाटिका में राम व सीता का मिलन होता है। उसके पश्चात राजा जनक द्वारा सीता के स्वंम्बर की घोषणा की जाती है जिसमें शर्त यह होती है जो शिव के धनुष को तोडेगा उसी के साथ सीता का विवाह किया जाएगा। बहुत से राजाओं द्वारा धनुष को तोडने की कोशिश की जाती है जिसमें सभी नाकाम हो जाते है इसी बीच रावण व वाणासुर के बीच संवाद चलता है लेकिन ज्यों ही रावण धनुष उठाने के लिए झुकता है तो आकाश वाणी होती है और रावण उसी समय वहां से चला जाता है। बाद में राम द्वारा शिव का धनुष तोडने के साथ ही राम और सीता का विवाह हो जाता है।
जैसे धनुष टूटने की आवाज परशुराम के कानों तक पहुॅंचती है वो क्रोधित होकर स्वयंम्बर पाण्डाल में पहुंचते हैं और सभी राजाओं के सामने जनक को फटकारते हैं। इसी बीच परशुराम ओर लक्ष्मण के बीच काफी लम्बा संवाद चलता है और जैसे ही परशुराम को राम की महिमा का पता चलता है तो वे उनकी आरती उतारकर उनको सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करता है इसके बाद धूम-धाम से राम की बारात अयोध्या से जनकपुर की ओर प्रस्थान करती है।
द्वितीय दिवस की लीला का शुभारम्भ नगर पंचायत अध्यक्षा हिमानी वैष्णव द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पहाड की महिलायें यदि किसी कार्य को पूर्ण करने का साहस करे तो वह अवश्य पूरा होता है और महिलायें पुरूषों के सहयोग से ही इस तरह के कार्यक्रम कर सकती है। राम की भूमिका में राजेश्वरी पंवार, सीता की भूमिका में भारती गुंसाई, लक्ष्मण की भूमिका में बीरा फरस्वाण, जनक की भूमिका में पुष्पा कनवासी, सुनैना की भूमिका मीना, शखी सुनीता शाह, पुष्पा रावत, सुषमा भण्डारी, गौरी की भूमिका में रोशनी नेगी, रावण की भूमिका में मुन्नी बिष्ट, बाणासुर की भूमिका में तनुजा मैठाणी, परशुराम की भूमिका में कल्पेश्वरी और विश्वामित्र की भूमिका में शशि नेगी रही।
इस अवसर पर बण्ड अध्यक्ष शम्भू प्रसाद सती, पूर्व अध्यक्ष अतुल शाह, पूर्व महामंत्री हरीश पुरोहित, सांसाद प्रतिनिधि अयोध्या हटवाल, देवकी सती, युद्ववीर पंवार, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष भुवनेश जोशी, हरेन्द्र नेगी, सरोजनी रावत, भुवनेश्वरी देवी, गीता देवी, अशोक शाह, कैलाश आदि उपस्थित थे।