पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक उन्मूलन संगोष्ठी संपन्न
नई टिहरी/देवप्रयाग। राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में एन एस एस एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक उन्मूलन तथा उसके प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने के लिए एक संगोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ प्राध्यापक श्रीमती अर्चना धपवाल की अध्यक्षता में की गई ।
श्रीमती अर्चना धपवाल ने अपने संबोधन में सिंगल यूज प्लास्टिक को वैश्विक चिंता का कारण बताया और इसे महाविद्यालय में 1 जुलाई 2022 से पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार टमटा ने प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार पूर्वक अपने विचार साझा किए। पर्यावरण प्रकोष्ठ के संयोजक सोनिया ने प्लास्टिक का उन्मूलन कैसे किया जा सकता है जानकारी प्रदान की। डा0 आदिल ने प्लास्टिक के प्रयोग से जल प्रदूषण के माध्यम से जलीय जीवाे पर इसका व्यापक असर पड़ा है जो पर्यावरण की दृष्टि से बहुत ही हानिकारक है । डा0 नौडियाल ने प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाले खतरों से आगाह करते हुए छात्र छात्राओं से कहा कि वे अपने आसपास के लोगों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करें ।
डा0 थपलियाल ने प्लास्टिक को जलाने से उत्पन्न होने वाली जहरीली गैसों और उससे वैश्विक पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। संगोष्ठी में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एव शिक्षणेतर कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।