कुत्ते और बाघ में खूनी संघर्ष: कुत्ता गया परलोक लेकिन बाघ भी हुआ घायल
घनसाली का है मामला, बाघ को वन विभाग ने बेहोश कर पिंजरे में किया कैद
बाघ की दहशत से घनसाली बाजार और ग्रामीणों को मिली निजात
घनसाली से लोकेंद्र जोशी की रिपोर्ट। विगत एक माह से घनसाली नगर में बाघ का दिन में स्कूल व घरों में चहलकदमी करने से जहां एक ओर स्थानीय निवासी दहशत में थे वहीं दूसरी तरफ वन विभाग बाघ के हाथ ना आने से सकते में था । वन विभाग कर्मियों ने बाघ से बचने के लिए जहां एक ओर हवाई फायर की वहीं दूसरी तरफ नगर क्षेत्र में माइक से कई दिनों से बाघ होने की सूचना देकर घरों में रहने व सावधानी बरतने की अपील की।
कल इतवार रात्रि को लगभग 11 बजे बाघ ने गैस एजेन्सी घनसाली के ऊपर बूढ़ाकेदार क्षेत्र के ग्राम तोली मूलनिवासी दीपक जुगत्वांण टाईल वालों के मकान के दूसरे मंजिल में बंधे कुत्ते के शिकार हेतु हमला किया । कुत्ते ने भी बाघ को भी घायल किया किंतु हमले में कुत्ता बन्धा होने के कारण बाघ ने मार दिया। लेकिन कुत्ते की चैन में बाघ के फंसने के कारण वह भाग नहीं सका।
वन विभाग के अधिकारियों को इसकी इसकी सूचना की तत्काल दी गयी । आज सुबह बन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और उन्होंने क्षेत्र को कवर कर परिवार को अंदर ही रहने की सलाह दी। जैसे ही बाघ की सूचना मिली आस पास के लोग डरे सहमे लोग जमा होने लगे।
स्थानीय तहसील प्रशासन पुलिस व वन विभाग की टीम लोगों को दूर दूर रहने की सलाह देते रहे।
दस घंटे बाद नई टिहरी से वन विभाग की आर आर टी टीम के सदस्य रमेश थपलियाल, लक्ष्मण सिंह सजवान, विनोद सिंह ने पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश चंद्र की निगरानी में काफी मशक्कत के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया गया। जिससे घनसाली नगर वासियों और आसपास के ग्रामीणों को बड़े दिनों बाद बाघ के दहशत से राहत मिली है।
इस अवसर पर प्रभारी रेंजर रमेश डंगवाल, वन दरोगा रविंद्र प्रसाद नैथानी वन रक्षक संजय डोभाल, विक्रम कैन्तुरा, राकेश सकलानी, कु मनीषा, भवानंद सेमवाल, तहसीलदार महेशा शाह , राजस्व निरीक्षक रमेश सिंह गुसाईं , राजस्व उप निरीक्षक विनोद नाथ व पुलिस विभाग के सिपाही व इंस्पेक्टर उपस्थित थे।