पूर्ण बंदी में विश्वविद्यालय शिक्षा सत्र को सुचारू रखें- उपराष्ट्रपति
- विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन शिक्षण के लिए तकनीक का भरपूर प्रयोग करें
- विद्यार्थियों में साझा अध्ययन और स्वाध्याय के लिए रुचि पैदा करें
- छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करें
- विद्यार्थियों को व्यायाम कर स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और कोई नई भाषा सीखने की सलाह
गढ़ निनाद न्यूज़ (जीएनएन) * 11 अप्रैल 2020
दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज विश्वविद्यालयों और अन्य शिक्षण संस्थाओं के अधिकारिओं के वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि बंदी के दौरान शिक्षा-सत्र सुचारू रखें. इस कार्य में तकनीकी माध्यम का उपयोग कर विद्यार्थियों से संवाद करने के अलावा अध्यापन कर तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी दें।
उपराष्ट्रपति ने बताया कि सामान्य स्थिति बहाल होने में समय लग सकता है। उन्होंने कहाँ कि बदलती हुई स्थिति के अनुसार, टेक्नोलॉजी के सम्यक प्रयोग से अध्ययन और अध्यापन कार्य को सुचारू रूप से निर्बाध रखा कर और सभी विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया जाय।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि वस्तुत: इस चुनौती ने भी भविष्य के लिए नए अवसर प्रदान किए हैं जब ऑनलाइन शिक्षा, पारंपरिक शिक्षा पद्धति की संपूरक बन जाएगी। ये चुनौती हमें नए समाधान खोजने के लिए प्रेरित कर रही है। उन्होंने कहा कि इस आपदा के बाद भी शिक्षण में टेक्नोलॉजी आधारित प्रणाली को सामान्य रूप से भी प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा अध्ययन और अध्यापन को निर्बाध रखने के लिए किए गए प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालयों तथा शिक्षण संस्थानों से कहा कि से छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करें। वे सरकार एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा दिए गए सोशल डिस्टेंसिंग जैसे निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।
குடியரசு துணைத்தலைவர் திரு. எம்.வெங்கய்யநாயுடு இன்று தில்லி, ஹைதராபாத், பஞ்சாப், புதுச்சேரி மற்றும் மக்கன்லால் சதுர்வேதி பல்கலைக்கழகம் ஆகியவற்றின் துணைவேந்தர்கள், ஐ.ஐ.பி.ஏ. இயக்குனர் ஆகியோருடன் காணொளிக் காட்சி மூலம் கலந்துரையாடினார். pic.twitter.com/PpehUxT7MI
— Vice President of India (@VPSecretariat) April 13, 2020
श्री नायडू ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि बंदी/लॉकडाउन के दौरान वे प्रकृति के साथ कुछ समय बिताऐं, कुछ व्यायाम करते रहें, आराम-तलब जीवन शैली को त्याग करें और स्वस्थ भोजन शैली अपनाएं। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने सचिव डॉ आई वी सुब्बाराव भी उपस्थित रहे।