चांठी-डोबरा पुल: तैयार है उत्तराखंड को बड़ी सौगात
राज्य स्थापना दिवस की 20 वीं वर्षगांठ पर हो सकता है उद्घाटन
गढ़ निनाद न्यूज़ 22 अक्टूबर 2020
नई टिहरी। चांठी-डोबरा पुल के रूप में राज्य की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर उत्तराखंड को बड़ी सौगात मिलने वाली है। कभी उत्तराखंड का कालापानी पुकारे जाने वाले प्रताप नगर के लोगों के लिए केंद्रीय सेवाओं के द्वार खुलने की संभावनाएं भी हैं। प्रदेश सरकार कोशिश में हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अपने किस्म के पहले पुल का कम से कम आभासी माध्यम से उद्घाटन करें। विपक्षी दल कांग्रेस इस संभावना से विचलित दिख रहा है।
सुरक्षा और स्थायित्व के परीक्षण में यह नव निर्मित पुल खरा उतरा है। प्रोजेक्ट मैनेजर एस एस मखलोगा का कहना है कि कुछ छोटे-मोटे आवश्यक कार्य इस माह के अंत तक पूरे कर लिए जाएंगे। पुल के शीर्ष पर 10-10 टन वजनी चार क्रेने उतारी जानी है।
प्रताप नगर के भाजपा विधायक विजय सिंह पंवार का कहना है कि प्रदेश सरकार और मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रयासरत हैं कि प्रधानमंत्री मोदी इस पुल का उद्घाटन करें। पंवार के अनुसार प्रदेश सरकार ने केंद्रीय सेवाओं में प्रताप नगर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को ओबीसी आरक्षण देने का प्रस्ताव भेजा है। उम्मीद है कि जल्द ही इसे स्वीकृति मिल जाएगी।
चांठी-डोबरा पुल के साथ पर्यटन की अपार संभावनाएं, रिंग रोड, चारधाम यात्रा को अतिरिक्त सहूलियत, व्यावसायिक गतिविधियों के विकास के सपने जुड़े हैं। पिछले दिनों केंद्र ने टिहरी में पर्यटन विकास से जुड़ी योजनाओं के निर्माण के लिए 12 सौ करोड़ रुपए के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है।
टिहरी के भाजपा विधायक डा. धन सिंह नेगी को विश्वास है कि सभी योजनाओं के फलस्वरुप टिहरी वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में शीघ्र ही चमकदार उपस्थिति दर्ज करेगा।
विकास के साथ पुल सहित इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के स्पष्ट राजनीतिक निहितार्थ हैं। प्रताप नगर और टिहरी विधान सभा क्षेत्र इनसे सीधे जुड़े हैं। घनसाली, धनोल्टी एवं उत्तरकाशी जिले की यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण पर भी इसका असर पड़ना स्वाभाविक है। हालांकि विधानसभा चुनाव अभी लगभग सवा साल दूर हैं। लेकिन सत्तारूढ़ खेमे में उत्साह और मुख्य विपक्ष में हड़बड़ी साफ दिखाई दे रही है।