खेमडा-पुनाली सड़क 20 साल बाद, नौ दिन चले अढ़ाई कोस
गढ़ निनाद न्यूज़* 25अक्टूबर 2020
नई टिहरी। नौ दिन चले अढ़ाई कोस। इस गति से भी काम चलता तो खेमडा-पुनाली मोटर मार्ग वर्षों पहले बन गया होता। कारगिल शहीद दिनेश बहुगुणा के गांव खेमडा के लिए सड़क निर्माण की घोषणा सन 1999 में हुई थी। तब भाजपा के लाखीराम जोशी टिहरी से यूपी विधानसभा के सदस्य थे।
नवंबर 2000 में उत्तराखंड राज्य बना। नित्यानंद स्वामी की अंतिम सरकार महीनों आनंदोत्सव में मस्त रही। मस्ती की खुमारी उतारने के लिए विधानसभा के पहले आम चुनाव से चंद माह पूर्व भगत सिंह कोश्यारी को सरकार की कमान सौंपी गई। राजनीति के कुशल तैराक भगत दा भाजपा की भैंस को डूबने से बचाने में कामयाब तो रहे, लेकिन सूबे में सरकार विकास पुरुषों की बनी । ऐसी बयार बही की खेमडा सड़क की फाइल हवा हो गई।
जोशी जी के टिकट पर तो पहले ही नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र का पता लिख दिया गया था। दूसरा आम चुनाव नजदीक आया तो 2006 में एक कि0मी0 की प्रशासनिक स्वीकृति देकर सड़क खुदाई हो गई। सूबे की कई अन्य सड़कों की तरह इसके निर्माण में भी वन कानून का पेंच फंसा रहा। 2017 में वन विभाग से इसकी स्वीकृति मिली तो लोक निर्माण विभाग ने तकनीकी कार्यवाही शुरू की।
टिहरी के विधायक डॉक्टर धन सिंह नेगी ने बीते सप्ताह सड़क निर्माण कार्य शुरू करवाते समय कहा कि साढे 5 कि0मी0 सड़क का निर्माण 6 माह में पूरा हो जाएगा। सड़क निर्माण के लिए तीन करोड़ 46 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। सड़क का नामकरण शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा के नाम पर होगा।